रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय से प्रदेश के विभिन्न जिलों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं से दूरभाष पर बातचीत कर लॉक डॉउन की स्थिति और व्यवस्थायों की जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने राज्य की पहली कोरोना संक्रमित युवती जो अब स्वस्थ्य होकर अस्पताल से घर लौट आयी है, उनसे भी बातचीत की और उनका हालचाल जाना.

छत्तीसगढ़ में कोरोना के इलाज की व्यवस्था की देश में ही नहीं विदेशों में भी हो रही सराहना

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय से राज्य में कोरोना से संक्रमित पहली युवती से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर उनका हालचाल जाना. युवती ने बताया कि वह अब पूरी तरह स्वस्थ्य है. घर में गाईड लाईन के अनुसार क्वरेंटाईन का पालन कर रही है. युवती ने मुख्यमंत्री से कहा कि यहां मेडिकल टीम और राज्य शासन से भरपूर सहयोग मिला. इससे उनका और उनके परिवार का हौसला बढ़ा है.

युवती ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके तीन दोस्त कोरोना से पीडित थे, लेकिन वह सबसे पहले ठीक हुई. तीन दोस्त में एक चंडीगढ़ और एक बंगाल में एडमिट हुए थे. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में दस में से सात कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो गए है. ठीक होने वाले मरीजों का प्रतिशत 70 है. राज्य में कोराना मरीजों की देखभाल बेहतर ढंग से हो रही है. इससे देश ही नहीं पूरे विश्व में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन हो रहा है.

युवती ने कहा कि मुख्यमंत्री से लगातार मिले सहयोग से पूरे परिवार की हिम्मत बढ़ी. इसके लिए युवती ने उनके प्रति आभार भी जताया. युवती ने कहा कि आपसे बातचीत कर मेरा हौसला बढ़ गया है. मुख्यमंत्री बघेल ने बातचीत के दौरान उम्मीद जताई कि कोरोना से संक्रमित तीन मरीज भी जल्द ठीक होकर अपने घर लौट जाएंगे.

इस दौरान उन्होंने महिलाओं से कोरोना महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सहित सावधानियों का बेहतर ढंग से पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा और शासकीय योजनाओं से मिल रहे लाभ की जानकारी ली. इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी और संचालक जनमेजय महोबे भी उपस्थित रहे.

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