रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों की घर वापसी के लिए विशेष ट्रेन के संचालन का अनुरोध किया है. मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा है कि कोविड-19 के रोकथाम के लिए लाॅकडाउन के केन्द्र सरकार के निर्णय से प्रदेश में इस महामारी की रोकथाम में विशेष मदद मिली. जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या बहुत कम है. आशा है कि समन्वय एवं सहयोग से हम इस बीमारी पर जल्द ही विजय प्राप्त करने में सफल होंगे.

बघेल ने कहा कि 29 अप्रैल को भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा श्रमिकों, प्रवासियों के अंतर्राज्यीय आवागमन के लिए निर्देश जारी किए गए हैं जो कि प्रदेश में सामान्य स्थिति और आर्थिक गतिविधियों को बहाल करने में मददगार साबित होंगे। प्रदेश में सामान्य स्थिति बहाल करने के संबंध में मैं आपका ध्यान प्रदेश के उन श्रमिकों, प्रवासियों की ओर आकृष्ट करना चाहूंगा जो अन्य प्रदेशों में फंसे हुए हैं और लाॅकडाउन के कारण अपने मूल निवासों पर वापस नहीं आ पा रहें हैं. आज की स्थिति में ऐसे श्रमिकों की संख्या 1.6 लाख से ज्यादा है. इन श्रमिकों के आर्थिक एवं मानसिक स्थिति का ध्यान रखते हुए इनकी घर वापसी अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है.

इन श्रमिकों, प्रवासियों की घर वापसी के लिए विभिन्न राज्यों से समन्वय किया जा रहा है और बसों के माध्यम से इनकी प्रदेश में वापसी की कार्य योजना बनायी गई है. हालांकि इतनी बड़ी संख्या में घर वापसी के लिए आवश्यक बस एवं अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था करना दुष्कर होगा. साथ ही लंबी दूरी के सफर में यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के ध्यान रखना अत्यंत मुश्किल होगा.

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से कहा कि वर्तमान स्थिति में श्रमिकों की परेशानियों को देखते हुए विशेष पाइंट टू पाइंट ट्रेन चलाई जा सकती हैं. जिससे यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा एवं हाइजीन सुनिश्चित की जा सके. इस संबंध में प्रदेश सरकार द्वारा केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भी अनुरोध किया जा चुका है. बघेल ने प्रधानमंत्री से दूसरे राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ श्रमिकों की घर वापसी के लिए विशेष ट्रेन संचालन के बारे में त्वरित निर्णय प्रदान करने का अनुरोध किया.