जयपुर: राजस्थान में एक बार फिर मुख्यमंत्री बदलने को लेकर फिर से सियासी बाजार गर्म हो गया है. राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल अभी से काफी तेज हो गई. अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक बयान ने राजस्थान में सियासी हलचल को बढ़ा दी है.
दरअसल, विधानसभा चुनाव होने में अभी एक साल का वक्त बचा है. इससे पहले एक बार फिर से मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने की अफवाहें पर आज खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया में चर्चाएं चलती रहती हैं कि सरकार बदल रही हैं, सीएम बदलेंगे, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि मेरा इस्तीफा तो परमानेंट सोनिया गांधी के पास में है. जब मुख्य्मंत्री बदलना होगा तो किसी को कानों कान खबर तक नहीं लगेगी. यह काम रातोंरात हो जाएगा. इसपर कोई चर्चा और चिंतन नहीं होंगे.
आलाकमान फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है. मैं आप लोगों से आग्रह करता हूं कि आप इन अफवाहों पर ध्यान नहीं दें. इस तरह की अफवाहों से गवर्नेंस पर फर्क पड़ता हैं और सरकार की कार्यप्रणाली पर भी इसका असर पड़ता है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह बयान दिल्ली में सचिन पायलट और सोनिया गांधी की मुलाकात के दो दिन बाद आया है. इससे पहले इसी हफ्ते 20 अप्रैल (बुधवार) को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले थे.