अनमोल मिश्रा, सतना। भगवान श्रीराम की तपोस्थली, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सरहद पर स्थित पवित्र चित्रकूट आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अल्प प्रवास से जगमगा उठा। मुख्यमंत्री ने यहां दीपोत्सव के पावन अवसर पर मंदाकिनी नदी में आस्था का दीपदान किया और चित्रकूट के संपूर्ण विकास का संकल्प दोहराया।

अपने प्रवास के दौरान, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सबसे पहले दीनदयाल शोध संस्थान पहुंचे। यहां संस्थान के परिसर में उनका स्वागत पारंपरिक दीपावली नृत्य से किया गया। छोटे-छोटे बच्चों ने मनमोहक वेशभूषा में नृत्य प्रस्तुत कर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने बच्चों के इस उत्साह को सराहा, उन्हें दीपावली के उपहार दिए और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाई।

जय श्री राम के जयकारों के बीच मुख्यमंत्री का संबोधन

दीनदयाल शोध संस्थान के कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विश्व भर में सनातन संस्कृति की धारा बह रही है और चित्रकूट इसका एक महत्वपूर्ण केंद्र है। उन्होंने सभी को दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकार मिलकर चित्रकूट को और अच्छे से अच्छा बनाना चाहती हैं।

उन्होंने चित्रकूट के विकास के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया और कहा कि इस पावन भूमि की प्रगति में किसी की नज़र न लगे। संबोधन के बाद, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पवित्र मंदाकिनी नदी के तट पर पहुंचे। उन्होंने पूरी आस्था और भक्ति के साथ नदी में दीपदान किया। यह क्षण अत्यंत मनमोहक और धार्मिक श्रद्धा से भरा रहा।

इस अवसर पर उनके साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, सतना सांसद गणेश सिंह और उत्तर प्रदेश के सांसद आरके पटेल सहित कई विधायक भी मौजूद रहे। जिन्होंने मुख्यमंत्री के साथ मिलकर मंदाकिनी में दीप प्रवाहित किए। सतना और चित्रकूट के इस अल्प प्रवास और धार्मिक कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सतना के लिए रवाना हो गए। उनके इस दौरे से क्षेत्र के लोगों में विकास की नई उम्मीद जगी है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H