भोपाल। मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध पर्वतीय पर्यटन स्थल पचमढ़ी में प्रस्तावित कैबिनेट बैठक से पहले एक विशेष फल प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें आमों की कई प्रजातियां प्रदर्शित की गईं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और आमों की विविध प्रजातियों की जानकारी ली। वहीं सीएम ने आम और लीची का स्वाद भी चखा।

प्रदर्शनी में दशहरी, लंगड़ा, केसर, राजापुरी, तोतापरी, चौसा सहित अनेक किस्मों के देशी और संकर आमों को प्रस्तुत किया गया। मुख्यमंत्री और खाद्य मंत्री ने प्रदर्शित आमों के स्वाद की सराहना की और किसानों और बागवानी विशेषज्ञों से इनकी पैदावार, गुणवत्ता और विपणन से जुड़ी जानकारियां प्राप्त कीं।

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सीएम ने स्वाद, सुंगध और पोषण गुणों की तारीफ की

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आम को ‘फलो का राजा’ बताते हुए इसके स्वाद, सुगंध और पोषण गुणों की प्रशंसा की। प्रदर्शनी में पचमढ़ी की विशेष पहचान बन चुकी लीची की भी भव्य प्रस्तुति की गई। पर्वतीय क्षेत्रों में उपजने वाली यह लीची स्वाद में अत्यंत मधुर और पौष्टिक होती है। मुख्यमंत्री व मंत्री द्वय ने लीची का स्वाद चखते हुए स्थानीय बागवानों से संवाद किया और उनके प्रयासों की सराहना की।

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इस कार्यक्रम के दौरान आम और लीची की जैविक खेती, प्राकृतिक परागण, भंडारण एवं मूल्यवर्धन तकनीकों पर भी चर्चा हुई। प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, कृषक, उद्यानिकी विभाग के अधिकारी और पर्यटक भी मौजूद रहे। इस आयोजन को कैबिनेट बैठक से पूर्व एक सकारात्मक और अभिनव पहल माना जा रहा है, जो न केवल कृषि एवं बागवानी को प्रोत्साहित करता है, बल्कि स्थानीय उत्पादों को पहचान दिलाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।

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