राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। राजधानी भोपाल में आज 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गल्फ के 6 देशों के बाल वैज्ञानिक शामिल हुए। रविन्द्र भवन में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया साथ ही वराह मिहिर वेधशाला (ऑटोमेशन) का उद्घाटन भी किया। इस दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव ने बेताल को वैज्ञानिक बताया।
सीएम ने बेताल को बताया साइंटिस्ट
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विक्रम-बेताल की कहानियों में बेताल को भूत बता दिया गया जबकि वह साइंटिस्ट थे। नए युग में साइंटिस्ट की वेश-भूषा देखकर भी लोग उन्हें भूत कहते थे।
जय जवान का नारा बढ़ता जा रहा
सीएम ने आगे कहा कि जय जवान का नारा बढ़ता जा रहा है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान हो गया है। साइंस की दृष्टि से प्रश्न आया है कि रात 12 बजे कैसे दिन बदल सकता है? समय की गणना सूर्य और पृथ्वी की परिक्रमा से तय होती है। एक सूर्योदय और दूसरा सूर्यास्त। लोग रात 12 बजे दिन की शुरुआत मानते हैं। सूर्योदय से दिन की शुरुआत क्यों नहीं होती है? ग्रीनविच से कैलेंडर की गणना की जाती है, ये अंग्रेजों ने किया। ऊर्जा का केंद्र सूर्य है इसलिए हमारे कार्यक्रमों की शुरुआत ज्योति प्रज्वलित कर की जाती है।
पीथमपुर में कचरा निष्पादन पर बोले- गलतफहमी फैलाने वालों से बचने की जरूरत
पीथमपुर मामले में सीएम डॉ. मोहन यादव ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि “जिनके कार्यकाल में गैस त्रासदी हुई, वही गलतफहमी फैलाने से आज भी बाज नहीं आ रहे हैं। अज्ञानता के आधार पर गलत बात फैलाई जा रही है। वोट की राजनीति के लिए कोई झूठी बात फैलाए तो मैं क्या कर सकता हूं। मैं इसकी निंदा करूंगा और इससे उन्हें बचाना चाहिए। नई पीढ़ी के बच्चे गलतफहमी पाल लेंगे तो यह किसी के लिए ठीक नहीं होगा। सरकार कभी नहीं चाहेगी कि किसी भी इंसान को नुकसान हो।”
कचरा नष्ट करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने रिपोर्ट के आधार पर लिया फैसला
सीएम ने आगे कहा कि “कचरा निष्पादन के लिए पीथमपुर का चयन सुप्रीम कोर्ट ने किया है। गलतफहमी फैलाने वालों से बचने की जरूरत है। सरकार गंभीरता से वैज्ञानिकों के निर्देशन में कचरा निष्पादन करेगी। किसी की जान को खतरे वाला स्टेप नहीं हो सकता। कचरे का निष्पादन अभी नहीं हुआ है, केवल डंप किया गया है। सरकार मानती है कि सबका जीवन मूल्यवान है। उम्मीद करता हूं मेरी बात सब समझेंगे।
6 जनवरी तक होगा कार्यक्रम का आयोजन
बता दें कि भोपाल में 4 दिवसीय “राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस” का आयोजन 3 से शुरू हो गया है जो 6 जनवरी तक होगा। आज भारत के विभिन्न राज्यों के 700 से अधिक बाल वैज्ञानिक, शिक्षक और मेंटर्स शामिल रहे। संयुक्त अरब अमीरात (UAE), कुवैत, ओमान, सऊदी अरब जैसे गल्फ़ देशों के बाल वैज्ञानिक भी शामिल हुए।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक