मुख्यमंत्री डॉ. सिंह शामिल हुए श्रीराम कथा और सामूहिक विवाह के कार्यक्रम में
परिणय सूत्र में बंधे 225 नव दम्पत्तियों को दिया आशीर्वाद
रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज यहां रायपुर जिले के कुरूद-सिलयारी (विकासखण्ड-धरसींवा) कृषि उपज मण्डी में एक फरवरी से चल रहे नौ दिवसीय श्री राम कथा के पांचवें दिन के कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर पूजा अर्चना कर रामकथा कर रहे प्रख्यात विद्वान, शिक्षाविद् पद्मविभूषण से सम्मानित जगतगुरू रामनंदाचार्य स्वामीरामभद्रा से प्रदेश की जनता की खुशहाली और सुख-समृद्धि का आर्शीवाद प्राप्त किया। जगतगुरू रामनंदाचार्य स्वामीरामभद्रा और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में परिणय सूत्र में बंधे 225 वर-वधुओं को उनके सुखद दाम्पत्य जीवन का आशीर्वाद प्रदान किया।
पद्मविभूषण जगतगुरू रामनंदाचार्य स्वामीरामभद्रा जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि भगवान राम की माता कौशल्या की जन्मस्थली के रूप से छत्तीसगढ़ की पहचान है। इसे राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सभी का यह सौभाग्य है कि भगवान श्री राम की माता कौशल्या का जन्म छत्तीसगढ़ में हुआ। माता कौशल्या की जन्म स्थली का विकास कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और संतों के आशीर्वाद से सुख, शांति और समृद्धि आती है। मुख्यमंत्री ने भव्य रूप में श्रीराम कथा और सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष और धरसींवा विधायक श्री देवजी भाई पटेल, श्री राघव सेवा चेरीटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं भी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्यादान सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद रमेश बैस, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, राजस्व और उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, आंरग के विधायक नवीन मारकण्डेय, बेमेतरा के विधायक अवधेश चंदेल, बीरगांव नगर पालिक निगम की महापौर श्रीमती अंबिका यदु भी श्रीराम कथा में शामिल हुए और वर-वधुओं को आशीर्वाद प्रदान किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में क्षेत्र के पंचायत पदाधिकारी और ग्रामीणजन उपस्थित थे।