रायपुर. सीएम फैलोस के तौर पर पूर्ववर्ती सरकार में मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर जिलों तक पदस्थ किए गए 41 पेशेवरों की भूपेश बघेल सरकार ने सेवा समाप्त कर दी है. कार्पोरेट सेक्टर की बड़ी नौकरियां छोड़ कर छतीसगढ़ आये ये पेशेवर पशोपेश की स्थिति में हैं.
सीएम फैलोस के तौर पर नियुक्त किए गए इन पेशेवरों ने विज्ञप्ति के जरिए प्रेस को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि वे अपने समतुल्य वेतन या फिर पहले की तुलना में अपने आधे वेतन पर भी आए थे. इनमें से अधिकंश को 7-8 वर्ष के ऊपर का राष्ट्रीय एवं बहुराष्ट्रीय कम्पनीज में कार्य करने का अनुभव प्राप्त था. वहीं काम के सवाल पर शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग अफसर ने अपने जिले-विभाग के फेलोस को उत्कृष्ट करार दिया.
फैलोस ने बताया कि उनकी फेलोशिप की समाप्ति का फैसला लेने से पहले सरकार या उसके किसी प्रतिनिधि से लोकतान्त्रिक तरीके से संवाद नहीं हुआ. यहां तक जब वे अपना पक्ष रखने मुख्यमंत्री और उनके प्रतिनिधियों से मिलने की कोशिश की तो उन्हें निराशा ही हाथ लगी. उन्होंने फैलोशिप को समाप्त करने के निर्णय को अकस्मात् और पूर्वाग्रह से ग्रसित बताते हुए कहा कि इस निर्णय से किसको क्या लाभ या हानि पहुंचा यह समय बताएगा.