रायपुर. मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने आज अपने मासिक जनसंवाद कार्यक्रम के तहत चार अलग अलग जिलों के ग्रामीणों को अचानक फोन लगाकर उनसे ठेठ देसी अंदाज में बातचीत की और बातचीत के दौरान न केवल शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली,बल्कि ग्रामीणों को नवाचार अपनाने के टिप्स भी दिये. सीएम ने बड़े ही आत्मीय अंदाज में जब फोन पर कहा कि हलो मैं डॉ रमन बोलत हंव,का हाल चाल हे जी,गांव में सब बने-बने चलत हे ना.ऐसा सुनते ही ग्रामीणों के चेहरे खुशी से खिल उठे और सभी ने सीएम से खुलकर गांव में चल रही योजनाओं और दूसरी गतिविधियों की जानकारी दी.

सीएम ने आज राजनांदगांव जिले के ग्राम पेण्ड्रीकला (विकासखंड-खैरागढ़) के किसान योगेश कुमार,सूरजपुर जिले के ग्राम रघुनाथपुर (विकासखंड प्रेमनगर) निवासी सुरेश कुमार, बस्तर  जिले के ग्राम दरभा निवासी सोमसिंह और रायगढ़ जिले ग्राम धानीगनवां (विकासखंड-बरमकेला) के हेमानंद को अचानक टेलीफोन लगाया और उनसे अलग-अलग बातचीत करते हुए उनके गांवों का, गांव वालों का और घर परिवार का हाल-चाल पूछा। उन्होंने इन ग्रामीणों से गांव में उपलब्ध चिकित्सा व्यवस्था, राशन दुकानों स्कूलों, और आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति, सिंचाई और सड़क सुविधाओं की भी जानकारी ली।

डॉ. रमन सिंह ने आज के ‘जनसंवाद’ राजनांदगांव जिले के पेण्ड्रीकला निवासी योगेश कुमार को फोन लगाकर कहा – डॉ. रमन बोलत हं। का हाल हे योगेश जी ? गांव म सब बने-बने तो हवय ? पिये के पानी के का सुविधा हे ? राशन दुकान कइसे चलत हे ? योगेश ने बताया – राशन दुकान ठीक चल रही है समय पर राशन मिल जाता है। पेयजल के लिए नल लगा है, लेकिन बोरिंग में कुछ समस्या है। गांव में आठवीं कक्षा तक स्कूल है। शिक्षक भी है दर्ज संख्या भी पर्याप्त है। आंगनबाड़ी केन्द्र में हर हफ्ते टीकाकरण हो रहा है।  योगेश ने कहा कि गांव की गलियों में सीमेंट कांक्रीटीकरण हुआ था, जो अब कहीं-कहीं पर कुछ खराब हो गया है। मरम्मत की जरूरत है। बिजली की कोई दिक्कत नहीं है। गांव में सिंचाई पम्प भी पर्याप्त संख्या में है। मुख्यमंत्री ने जब उनसे पूछा कि गर्मियों के मौसम में कौन-सी फसल लेने की तैयारी है, इस पर उन्होंने बताया कि किसान रबी में धान की खेती करते हैं। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि किसानों को समझाएं कि धान की फसल गर्मियों में नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि गर्मी के मौसम में पेयजल हम सबकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इस मौसम में धान की खेती करेंगे तो अधिकांश पानी धान सोख लेगा। इसलिए गेहूं और चने जैसी फसलों की खेती करें।

मुख्यमंत्री ने योगेश को स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड के बारे में भी बताया और कहा कि राज्य सरकार अब इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को वार्षिक 30 हजार रूपए के स्थान पर 50 हजार रूपए तक निःशुल्क इलाज की सुविधा दे रही है। अगर किसी परिवार का कार्ड नहीं बना है तो जल्द बनवा ले।डॉ. सिंह ने सूरजपुर जिले के ग्राम रघुनाथपुर (विकासखंड-प्रेमनगर) निवासी सुरेश कुमार से भी उनके पंचायत क्षेत्र में संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सुरेश से पूछा – गांव में शौचालय का निर्माण हो गया है क्या ? इस पर सुरेश कुमार ने उन्हें बताया कि शत-प्रतिशत घरों में शौचालय बन चुके हैं। राशन दुकान उनके घर से एक किलोमीटर की दूरी पर है और स्व-सहायता समूह के जरिये उसका संचालन सुंदर ढंग से हो रहा है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में हर हफ्ते टीकाकरण भी हो रहा है। मिडिल स्कूल तक शिक्षा की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने उनसे शिक्षा की गुणवत्ता के बारे में पूछा तो सुरेश ने बताया कि गुणवत्ता ठीक है, लेकिन कभी-कभी शिक्षक हड़ताल पर चले जाते हैं तो दिक्कत होती है।

स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में पूछने पर सुरेश कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रेमनगर के अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। सौर सुजला योजना में दो किसानों के खेतों में सोलर सिंचाई पम्प लग चुके हैं। गांव में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो गया है। हर घर में बिजली पहुंच गई है। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा – प्रेमनगर आहूं त सुरेश तुंहर से मुलाकात होही।