नई दिल्ली . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज शाम को अपने आवास पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है. दिल्ली में पानी के बढ़े बिलों के संबंध में वन टाइम सेटलमेंट योजना पर चर्चा के लिए शाम चार बजे बैठक होगी. सीएमओ की ओर से यह जानकारी दी गई है.

दिल्ली बजट सत्र के दौरान दो दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि हमारी सरकार हर हाल में दिल्ली जल बोर्ड की वन टाइम सेटलमेंट स्कीम लागू करा कर रहेगी. दिल्ली के लाखों उपभोक्त गलत पानी के बिलों को लेकर चिंता न करें. उन्होंने कहा कि इससे पहले मोहल्ला क्लीनिक, सीसीटीवी, अस्पतालों की दवाइयां, फरिश्ते योजना और डीटीसी की पेंशन योजना भी रोकी गई थी, लेकिन हमने रुकने नहीं दी थी.

उन्होंने कहा कि यह स्कीम लागू होने से गलत बिल से परेशान 90 फीसदी उपभोक्ताओं का बिल माफ हो जाएगा. साथ ही दिल्ली सरकार से सब्सिडी मिलने से जल बोर्ड को करोड़ों का राजस्व भी मिल जाएगा. इसके बावजूद स्कीम रोकने के लिए अधिकारियों को धमकी दी जा रही है. उन्होंने विधायकों से अपील की कि वे उन 10.50 लाख परिवारों के घर जाएं, जिनके बिल गलत आए हुए है. केजरीवाल लगा हुआ है और बिल ठीक कराकर ही छोड़ेगा.

क्या है योजना?

14 जून, 2023 को दिल्ली के मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी में उपभोक्ताओं के लंबित पानी के बिलों के लिए ‘एकमुश्त निपटान योजना’ की घोषणा की थी. सीएम ऑफिस की ओर से बताया गया था कि दिल्ली में लगभग 27.6 लाख उपभोक्ताओं में से 11.7 लाख उपभोक्ताओं पर कुल 5,737 करोड़ रुपये का बकाया है.

सीएमओ ने कहा था कि 1 अगस्त से प्रभावी नई योजना के तहत सरकार 7 लाख उपभोक्ताओं के लंबित पानी के बिल पूरी तरह माफ कर देगी. इसका मकसद ऐसे लोगों को राहत देना है जो पानी का बिल जमा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों सीएम केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा था, “हम दिल्लीवासियों के लिए एक बड़ी योजना का एलान कर रहे हैं. दिल्लीवाले कई महीनों से इसका इंतजार कर रहे थे. कोविड-19 महामारी के दौरान, कई घरों के लिए मीटर रीडिंग संभव नहीं थी. ऐसे कुछ मामले भी थे जिन्हें उस समय पानी के मीटर को नोट करना था.”