नई दिल्ली। दिल्ली में योग का अपना एक मॉडल तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है. दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शहरों में आम आदमी की जिंदगी बहुत अकेली होती है, 10 तरह के टेंशन होते हैं. परिवार और समाज में भी विचारों में भिन्नता के कारण एक-दूसरे से नहीं बनती, तो लोग तनाव में आ जाते हैं. उन्होंने कहा कि शारीरिक और मानसिक हेल्थ के लिए योग बहुत कारगर सिद्ध हो रहा है.

योगा क्लासेज से मानसिक और शारीरिक लाभ

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि योग क्लास में आकर लोगों को अच्छा लगता है, उनके दिल की भड़ास निकल जाती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि योग शिक्षकों से मिले अनुभवों से मुझे लग रहा है कि शायद बहुत से ऐसे लोग हैं, जिनकी जिंदगी में कोई नहीं है, उन्हें योग क्लास में इज्जत मिलती है. ”दिल्ली की योगशाला” वो जगह है, जहां आप सभी साथ मिलकर प्यार से एक-दूसरे के साथ योग भी करते हैं और अपनी भावनाएं भी बांटते हैं. यहां हंसने का मौका मिलता है और बात करने का मौका मिलता है.

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”दिल्ली की योगशाला” के अंतर्गत दिल्ली में 500 से ज्यादा जगहों पर सरकार की तरफ से निःशुल्क योग सिखाया जा रहा है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने योग शिक्षकों से बात कर उनका फीडबैक लिया. इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि योगशाला हमारे लिए साल में एक दिन की औपचारिकता भर नहीं है. हम इसे बहुत बड़े स्तर पर ले जाना चाहते हैं. दिल्ली सरकार फ्री में योग की क्लासेज देकर इसे लोगों के बीच में ले जाना चाहती है. इस किस्म का प्रयोग देश में पहली बार हुआ. अभी दिल्ली में 500-600 जगहों पर योग की क्लासेज चल रही हैं.

5 से 10 हजार योग क्लासेज तक लेकर जाना है आंकड़ा- सीएम केजरीवाल

मुख्यमंत्री का कहना है कि अब दिल्ली की योगशाला को हमें 5-10 हजार क्लासेज तक लेकर जाना है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने योग शिक्षकों से मिले फीडबैक पर कहा कि आपने बताया कि लोगों को शारीरिक और मानसिक लाभ हो रहा है. यह बहुत अच्छी बात है. इसका मतलब है कि आप बहुत अच्छा योग सिखा रहे हैं, तभी लाभ हो रहा है. योग हजारों साल पुरानी विद्या है. वहीं, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में जितने लोग सुबह-सुबह योग करते और कराते हैं, शायद उतने लोग देश के किसी शहर में नहीं करते होंगे. शिक्षकों की ट्रेनिंग में योग और मेडिटेशन के साथ सॉफ्ट स्किल और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट भी इनके कोर्स का हिस्सा रहा है.

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग करना और किसी व्यक्ति के घर या पार्क में योग करना अलग बात है- मनीष सिसोदिया

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग करना और योग की बातें कराना अलग बात है और किसी व्यक्ति के घर पर या सामने वाले पार्क में डोरस्टेप डिलीवरी ऑफ योग करना अलग बात है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सपना देखा कि क्या हम यह कर सकते हैं और आदेश दिया कि दिल्ली में ‘‘दिल्ली की योगशाला’’ शुरू की जाए. हमने दिल्लीवासियों से आह्वान किया कि आओ योग करते हैं और हम आपको निःशुल्क सिखाएंगे. हमने इसके लिए टीम बनानी शुरू की. मुख्यमंत्री के सपने को साकार करने वाले सिपाहियों की खास बात यह है कि इन्होंने विशेष प्रशिक्षण लिया हुआ है. साथ-साथ इनकी ट्रेनिंग पर हम सबका ज्यादा जोर रहा, क्योंकि इन्हें आम जनता से संपर्क करना है, इसलिए इनकी ट्रेनिंग में सॉफ्ट स्किल और पर्सनालिटी डेवलपमेंट में भी प्रशिक्षित करने के लिए हिस्सा बनाया गया.