नई दिल्ली . राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को गहरी साजिश के तहत फंसाया गया है.
आप सांसद संजय सिंह ने कथित शराब घोटाले में मनी ट्रेल मिलने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मैं अपने मंत्री और नेताओं से अनुरोध करुंगा कि हम सभी लोगों को राष्ट्रपति से मिलकर इसकी जांच करने की मांग करनी चाहिए.
‘आप’ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ED-CBI के साथ भाजपा को जमकर घेरा. इसी के साथ संजय सिंह ने बीजेपी के नारे ‘मोदी की गारंटी’ पर भी करार हमला बोला.
सिर्फ 4 लोगों ने नाम लिया संजय सिंह ने कहा कि अगर कथित घोटाले की फाइल एक होमगार्ड और सिविल डिफेंस वॉलंटियर को पढ़ने के लिए दे दी जाए तो वो भी 3 घंटे में बता देंगे कि फर्जी मुकदमा है, क्योंकि सीबीआई और ईडी ने 456 गवाह बनाए हैं. 50 हजार पन्नों की चार्जशीट में सिर्फ चार लोगों ने मुख्यमंत्री का नाम लिया है.
जंतर-मंतर पर सभा को संबोधित करते हुए संजय सिंह ने कहा, “यदि आप (एलजी) में थोड़ी भी नैतिकता बची है, तो भाजपा नेताओं को सलाखों के पीछे डाल दें, उन्होंने शराब घोटाला किया है.”
आप नेता डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि केंद्र सरकार आम आदमी पार्टी के प्रति बढ़ते जनाधार से घबराई हुई है, इसलिए हमारे पार्टी के नेताओं को झूठे केस में फंसाकर जेल भेजा जा रहा है. अब समय है, जब हम सब मिलकर लड़ेंगे.
पार्टी के प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि ये लोग दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात करते हैं. भाजपा वाले कहते हैं कि सौरभ भारद्वाज, आतिशी, दुर्गेश पाठक और राघव चड्ढा को गिरफ्तार करा लेंगे. उस लिस्ट में मेरे साथ दिल्ली के सारे मंत्रियों, विधायकों, पार्षदों का नाम लिख लो, हम जेल जाने को तैयार हैं.
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज जो माहौल जंतर-मंतर पर बना है, उसे देखकर 2011-12 के माहौल की याद आ गई. इसी चीज से हमारी पार्टी को सबसे ज्यादा शक्ति मिलती है, हम जब सड़क पर आकर लड़ाई लड़ते हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि ये लोग नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांग रहे हैं, लेकिन हम कहना चाहते हैं कि अरविंद केजरीवाल इस्तीफा नहीं देंगे. इतिहास गवाह है, दुनिया में जिन-जिन नेताओं को साजिश के तहत जेल में भेजा गया, वो राजनीति में शिखर तक पहुंचे हैं. उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी से लेकर भाजपा के तमाम नेताओं के भी नाम गिनाए और अपने प्रवक्ताओं से कहा कि अगर वो पूछे कि कोर्ट से आपके नेता को जमानत क्यों नहीं मिल पा रही है तो इनके उन तमाम नेताओं के नाम गिना देना, जो 19-19 महीने तक जेल में रहे. पीएमएलए कानून में कुछ बाध्यता है, जिसकी वजह से जमानत मिलने में देरी हो रही है.