भुवनेश्वर. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने ओडिशा को देश का अग्रणी औद्योगिक राज्य बनाने और राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री माझी ने लोक सेवा भवन में उद्योग विभाग और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान यह निर्देश जारी किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा में औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देने और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के व्यापक अवसर हैं.
उन्होंने धातु एवं खनिज आधारित उद्योगों के साथ-साथ बंदरगाह आधारित उद्योगों एवं आधुनिक युग के उद्योगों की स्थापना को भी महत्व देने का निर्देश दिया. उन्होंने स्थानीय क्षेत्र के विकास के साथ-साथ उद्योग के लिए बेहतर माहौल बनाने पर भी ध्यान देने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ओडिशा पर विशेष फोकस
है. उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में ओडिशा देश के विकास का प्रवेश द्वार होगा. इसलिए, उन्होंने औद्योगीकरण के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि यदि ओडिशा में अधिक श्रम प्रधान उद्योग स्थापित किए जाएं तो स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल सकता है. उन्होंने एमएसएमई के क्षेत्र में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे मुद्रा स्वनिधि और विश्वकर्मा योजनाओं को महत्व देने का भी सुझाव दिया, ताकि नए उद्यमियों को मौका मिल सके.
बैठक में उद्योग मंत्री संपद चरण स्वाईं और एमएसएमई मंत्री गोकुलानंद मल्लिक, मुख्य सचिव मनोज आहूजा, विकास आयुक्त अनु गर्ग, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव निकुंज बिहारी धल, प्रमुख सचिव उद्योग हेमंत शर्मा और प्रमुख सचिव एमएसएमई सास्वत मिश्रा सहित अन्य उपस्थित थे.