शब्बीर अहमद, भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू की गई परंपरा अब बदल दी गई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पूर्व सीएम के फैसले को बदल दिया है। दरअसल, MPPSC चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में मध्यप्रदेश गान के दौरान सीएम ने सभी को बैठाया दिया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि यह परंपरा बदली जानी चाहिए।

सीएम ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि ‘कोई भी प्रदेश, विश्वविद्यालय अपना गान बना ले और फिर कहे की इस पर खड़े हो जाइए तो राष्ट्रगान और राष्ट्र गीत की व्यवस्था पर बाकी को बराबर नहीं किया जा सकता।’ बता दें कि मेरा मध्य प्रदेश गान आधिकारिक तौर पर अक्टूबर 2010 में अपनाया गया था। एमपी में इस राज्य गान को अब तक हर जगह लोग खड़े होकर गाते थे।

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‘शिवराज सिंह चौहान का हर फैसला बदलना चाहते हैं सीएम’

एमपी राज्य गान को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गई है। इसे लेकर कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हाफिज का बयान भी सामने आया है। अब्बास हाफिज ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव शिवराज सिंह चौहान के हर फैसले को बदलना चाहते हैं। ये सब दिल्ली के आदेश पर किया जा रहा है। दिल्ली से मुख्यमंत्री को ओटीपी मिलता है उसके बाद वो काम करते हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने जनता से जुड़े मुद्दे पर एक फैसला अब तक नहीं लिया है।

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