कुंदन कुमार, पटना। Independence Day 2025: देश के साथ-साथ बिहार भी आज 15 अगस्त 2025 को 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। देश की आजादी को 78 साल पूरे हो चुके हैं। साल 1947 को इसी दिन इंडियन इंडीपेंडेंस एक्ट 1947 पारित करके ब्रिटिश संसद ने भारत को आजाद देश घोषित किया था। इस अवसर पर सीएम नीतीश और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कई नेता देश और प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दे रहे हैं।
सीएम और डिप्टी सीएम ने दी बधाई
79वां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने एक्स पर लिखा कि, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्यवासियों एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
वहीं, डिप्टी सीएम ने एक्स पर लिखा कि, मां भारती के वीर सपूत, देश की आजादी के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों को शत शत नमन! 79वें स्वतंत्रता दिवस की सभी देशवासियों और बिहार वासियों को हृदय से बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं! भारत को विश्व की महाशक्ति बनाने का अमर क्रांतिकारियों के सपनों का आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी पूर्ण कर रहे हैं! जय हिंद-जय भारत!
तेजस्वी ने बिहारवासियों के लिए लिखा खुला पत्र
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव ने शुभकामनाओं के साथ बिहारवासियों के लिए खुला पत्र लिखा। उन्होंने लिखा कि, प्रिय बिहारवासियों, आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई। आज जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, तो ये विडंबना ही है कि बिहार अपने वोट के अधिकार की आजादी के लिए संघर्ष कर रहा है।
स्वाधीनता का मतलब क्या यही है कि हम अपने-अपने घरों पर तिरंगा लहरा दें? तानाशाही हमारा गला घोंटती रहे और हम देशभक्ति के गीत गाकर झूमते रहें। हास्यास्पद स्थिति में आज बिहार के लोगों को इस सत्ता और उनके पिट्ठुओं ने लाकर खड़ा कर दिया है।
जो ज़िंदा हैं, उनका वोट काट दिया गया है। जो मर चुके हैं, उनका नाम वोटर लिस्ट में जोड़ दिया गया है। एक झटके में लाखों नाम हटा दिए गए, ज़िंदा इंसान मृत बना दिए गए। आज स्वाधीनता दिवस के अवसर पर ये सोचिएगा कि “जो इंसान बिहार की वोटर लिस्ट में मर चुका है, आज वो अपने घर पर तिरंगा फहराते हुए कैसा महसूस कर रहा होगा?”
उसकी पीड़ा, उसके दर्द का हम और आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते। सत्ता में बैठे लोगों के दो-दो जगह वोट हैं, और एक ग़रीब को अपना एक वोट बनवाते हुए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। मतदाता सूची में नाम लिखवाने के लिए आधार कार्ड मान्य नहीं है, निवास प्रमाण पत्र मान्य है। निवास प्रमाण पत्र कैसे बनेगा? आधार कार्ड से …. पासपोर्ट मान्य है, आधार कार्ड मान्य नहीं है? पासपोर्ट कैसे बनेगा? आधार कार्ड से …..
बाढ़ में जिनके निवास बह चुके हैं, वो निवास प्रमाण पत्र नहीं दिखा पा रहे हैं और दूसरी तरफ़ कुत्ते-बिल्ली तक के निवास प्रमाण पत्र बना दिए जा रहे हैं। बिहारवासियों से बिहारी होने का सबूत माँगा जा रहा है, वहीं गुजरात के लोगों का बिहार की वोटर लिस्ट में नाम आ रहा है। इस स्वाधीनता दिवस हमें बिहार में लोकतंत्र की इस हालत पर गंभीर चिंतन की जरूरत है।
हमें जरूरत है कमर कस लेने की। वरना ये लोकतंत्र के भाजपाई हत्यारे, बिहार के ग़रीबों, पिछड़ों, दलितों, शोषितों, वंचितों और मजदूरों के वोट को खा जाएँगे, उनके अधिकार को छीन लेंगे और फिर एक बार बिहार में तानाशाही के सामंती साम्राज्य की स्थापना करेंगे।
इसलिए सभी बिहारवासियों से आज स्वतंत्रता दिवस के दिन मैं तेजस्वी यादव ये अपील करता हूँ कि बिहार में लोकतंत्र, संविधान और स्वाधीनता को बचाएँ, घर से निकले आगे आएँ। संविधान को नमन करें और शपथ लें कि मिलकर बिहार पर आए इस संकट का सामना करेंगे।
17 अगस्त से शुरू हो रही बिहार वोटर अधिकार यात्रा में हिस्सा लीजिए। अपना कर्तव्य निभाइए और बिहार को हर हाल में बचाइए। याद दिला दो अच्छे से इस तानाशाही विभाजनकारी को कि तुम एक इंच भी हिला ना सकोगे अटल अडिग बिहारी को!
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