रायपुर. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष की टोकाटोकी से आहत दिखे. उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण की गरिमा होती है. गरिमा का ख्याल रखा जाना चाहिए. अभिभाषण के बाद मीडिया से बोलते हुए उन्होंने विपक्षी विधायकों को नसीहत दी कि कोशिश होनी चाहिए कि उन्हें जो बातें कहनी है, वे सत्र में कहें. सत्र के दौरान उन्हें बोलने का पूरा मौका मिलेगा.
मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सरकार की दिशा और नीति का स्वरुप होता है. ये बजट सबके लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ये इस कार्यकाल का अंतिम बजट है. इस दृष्टि से कई अहम विषयों पर चर्चा होगी.
गौरतलब है कि राज्यपाल जब बजट सत्र के पहले दिन अपना अभिभाषण दे रहे थे. तब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कह दिया कि इस उम्र में सरकार आपसे मिथ्था कथन करा रही है. उन्होंने कहा कि सूखाग्रस्त क्षेत्रों में राहत का काम नज़र नहीं आ रहा है. राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि सरकार सूखाग्रस्त इलाकों में काम कर रही है.
इधर, आदिवासियों के मसले पर कांग्रेस विधायक मोहन मरकाम ने आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी. उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए शर्म की बात है कि समाज के प्रतिनिधियों को आप वक्त नहीं देते. कांग्रेस का आरोप है कि आदिवासियों की ज़मीन को लेकर बिल में बदलाव के विरोध में समाज के लोग जब राज्यपाल से मिलना चाहते थे तो राज्यपाल ने उन्हें समय नहीं दिया.