रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने महान क्रांतिकारी अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू की पुण्य तिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है. डॉ. सिंह ने तीनों नौजवान शहीदों को युवाओं का प्रेरणा स्त्रोत बताया है. उन्होंने श्रद्धांजलि संदेश में कहा है कि देश की आजादी के आंदोलन में तीनों क्रांतिकारियों का यह महान त्याग और बलिदान युगों-युगों तक याद किया जाएगा.

डॉ. सिंह ने कहा-अमर शहीद भगत सिंह ने भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति दिलाने के लिए अपने समकालीन युवाओं को संगठित किया और स्वतंत्रता संग्राम में ऐतिहासिक भूमिका निभाई. यह देखकर बेहद आश्चर्य होता है कि सिर्फ 23-24 साल की युवा अवस्था में भगत सिंह ने देश की स्वतंत्रता के लिए एक महान आंदोलन का बखूबी नेतृत्व किया. इतना ही नहीं, बल्कि इस छोटी से उम्र में ही तत्कालीन सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों पर कई गंभीर आलेख लिखे, जिनके प्रकाशन से समाज में राष्ट्रीय चेतना का विकास हुआ. मुख्यमंत्री ने कहा-आज अगर हम सब अपने देश में आजादी और लोकतंत्र की खुली हवा में सांस ले रहे हैं तो इसका सम्पूर्ण श्रेय भगत सिंह जैसे महान सेनानियों को दिया जाना चाहिए, जिन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बिना राष्ट्र की स्वतंत्रता के लिए कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी संघर्ष जारी रखा.  भगत सिंह का जन्म 28 सितम्बर 1907 को तत्कालीन अविभाजित पंजाब के लायलपुर जिले के ग्राम बंगा में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है. उन्हें और उनके दो साथियों-सुखदेव और राजगुरू को स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारी भूमिका की वजह से 23 मार्च 1931 को अंग्रेजी हुकूमत ने लाहौर की जेल में फांसी पर लटका दिया था.