दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र शालीमार बाग में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इनमें एक पायलट परियोजना शामिल है, जो ओवरहेड वायर्स को अंडरग्राउंड बिजली नेटवर्क में बदलने पर केंद्रित है. इस कार्य का उद्घाटन जनता फ्लैट्स क्षेत्र में किया गया, जहां दिल्ली के मंत्री आशीष सूद भी उपस्थित थे.

16वां रोजगार मेला: 51 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र देकर PM मोदी ने कहा-‘आज भारत के पास असीमित शक्तियां, युवाओं का सामर्थ्य सबसे बड़ी…

सीएम रेखा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि सरकार का उद्देश्य राजधानी को ओवरहेड तारों से मुक्त करना है. उन्होंने कहा कि ओवरहेड तारों को अंडरग्राउंड करने की योजना दिल्ली के लिए एक पायलट परियोजना है, जो एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण का हिस्सा है. इस परियोजना के माध्यम से सरकार दिल्लीवासियों को नई सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रयासरत है. उनका विश्वास है कि भविष्य में दिल्ली में कोई भी तार दिखाई नहीं देगा.

उन्होंने कहा कि हमेशा यह सवाल उठता था कि ओवरहेड तारों का इतना जाल क्यों है और उन्हें भूमिगत क्यों नहीं किया जा सकता. संकरी और भीड़भाड़ वाली गलियों में हमेशा चिंगारी लगने का खतरा बना रहता है. यह दिल्ली के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसके लिए हमने बजट में 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. उन्होंने यह भी बताया कि यहां की गलियां इतनी तंग हैं कि दो स्कूटर भी एक साथ नहीं चल सकते, लेकिन अब लोग ऊपर देखकर नीला आसमान देख सकेंगे.

‘कुर्सी मिलना बहुत मुश्किल है’, कर्नाटक में CM की कुर्सी को लेकर मचे बवाल के बीच फिर बोले डीके शिवकुमार

दिल्ली को तारों से मुक्त बनाने का प्रयास

मंत्री आशीष सूद ने बताया कि सरकार दिल्ली के बिजली बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने और ओवरहेड तारों से उत्पन्न खतरों को कम करने के लिए प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली को तारों से मुक्त करने की दिशा में काम किया जा रहा है. सूद ने यह भी उल्लेख किया कि दिल्ली सरकार के पास पूंजीगत व्यय के लिए कोई धनराशि नहीं थी, लेकिन हम धीरे-धीरे इस दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. दिल्ली की जनता के समर्थन से हम इस कार्य को आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे.

मुख्यमंत्री गुप्ता ने गुरुवार को भारी बारिश के बाद शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति पर चिंता जताई. उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जलभराव की समस्या को रोकने के लिए प्रभावी उपाय करें, ताकि दिल्लीवासियों को मॉनसून के दौरान किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े.

महिला ने पति की हत्या के इरादे से डाला था लाल मिर्च मिला गर्म पानी, कोर्ट ने आरोपी पत्नी को दी जमानत

मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि इस बार मिंटो रोड और आईटीओ चौराहे पर भारी बारिश के बावजूद जलभराव नहीं हुआ, जिससे उन्होंने संतोष व्यक्त किया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उन्हें पूरे दिल्ली में इसी प्रकार की कार्यकुशलता प्रदर्शित करनी होगी. जलभराव की समस्याओं के समाधान के लिए, मुख्यमंत्री गुप्ता ने लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा के साथ एक विशेष बैठक बुलाई, जिसमें लोक निर्माण विभाग, सिंचाई-बाढ़ नियंत्रण विभाग और जलभराव से संबंधित विभागों के शीर्ष अधिकारियों को शामिल किया गया. उन्होंने स्पष्ट किया कि जलभराव के मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा कि अधिकारियों को बारिश के दौरान त्वरित और प्रभावी उपाय करने की आवश्यकता है ताकि जलभराव से उत्पन्न समस्याओं पर समय पर नियंत्रण पाया जा सके. उन्होंने सड़क किनारे स्थित नालों की त्वरित और नियमित जांच करने के निर्देश दिए, जिससे पानी का निकास सुनिश्चित हो सके और सड़क पर जलभराव की स्थिति समाप्त हो जाए.