रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 25 दिसंबर को अटल बिहारी बाजपेई के जन्मदिन यानी सुशासन दिवस पर धान का बकाया बोनस देने का ऐलान किया. इसके साथ ही कांग्रेस सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा करने के बाद फैसला लेने की बात कही.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहली कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया से रू-ब-रू हुए. उन्होंने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र के ज़रिए हमारी पार्टी में दो साल का बोनस देने का आश्वासन दिया था. आने वाली 25 तारीख़ को अटल बिहारी बाजपेई के जन्मदिन यानी सुशासन दिवस के दिन बकाया बोनस देंगे.

मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की प्राथमिकताओं को गिनाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि पंद्रह वर्षों के दौरान बीजेपी नक्सलवाद के ख़िलाफ़ मज़बूती के साथ लड़ाई लड़ी थी. अब भी नक्सलवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ी जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने पीएससी मामले में उचित कदम उठाए जाने की बात कही.

राजगीत नहीं बजने के मामले में मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राजगीत पर सम्मान का भाव रखते हैं. कार्यक्रम राजभवन तय करता है, उसके अनुसार चलना पड़ता है.

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आदिवासी सीटों में बीजेपी ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ कर दिया. आज़ादी के बाद से अब तक कांग्रेस ने आदिवासी समाज का इस्तेमाल वोट बैंक के लिए किया. अटल बिहारी बाजपेई ने आदिवासी समाज के विकास के लिए अलग मंत्रालय का गठन किया.

साय ने कहा कि मैं बीस साल सांसद रहा. आदिम जाति कल्याण मंत्रालय से हमने आदिवासियों के विकास के लिए खूब काम किया. आदिवासी समाज का विकास कोई कर सकता है, तो बीजेपी ही है. पिछले चुनाव में लोक लुभावन वादों से कांग्रेस में आदिवासी समाज का वोट ले लिया था, लेकिन आदिवासी समाज ने अपने आपको ठगा महसूस किया था.

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के फॉर्म भरवाए गए थे. सात लाख फॉर्म ही आये थे. अब 18 लाख आवास पर काम चल रहा है.