सत्या राजपूत, गुरु गोविंद सिंह के साहबजादों की शहादत की याद में देश-प्रदेश में आज वीर बाल दिवस मनाया जा रहा है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा राजधानी के खालसा स्कूल में बालवीर दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे. जहां उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह के साहबजादों की शहदात को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरु गोविंद सिंह के साहबजादों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि, यह हमारा सौभाग्य है की आज हम वीर बाल दिवस मनाने एकत्रित हुए है. देश की आजादी हिंदुत्व के लिए जिन्होंने कुर्बानी दी है उन्हे देश जानें, समाज जानें इसलिए साहबजादों की शहादत के दिन को वीर बाल दिवस के रूप में घोषित किया है. यह उत्सव व्यापक रूप से पूरे देश में मनाया जा रहा है.
सीएम साय ने कहा कि, यह जानकर मुझे हैरानी होती है कि इतने छोटे बच्चे हिंदुत्व के लिए देश के लिए कुर्बान हो सकते है, उन पर मुगलों द्वारा अत्याचार किया गया की मुस्लिम धर्म कबूल कर लो, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपनी कुर्बानी दे दी. मैं समाज के दोनों साहबजादो को नमन करता हूं. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि, 9- 6 साल बच्चो के खेलने की उम्र होती है, इस उम्र में बच्चे नहीं जानते की धर्म क्या चीज होती है. कोई बच्चा मात्र 6 साल 9 साल का धर्म के प्रति इतना कट्टर हो यह सिख समाज में ही संभव हो सकता है. हमारे देश की आजादी की लड़ाई में भी इस समाज के बहुत से लोगों ने क़ुरबानी दी है.