रायपुर- अंतागढ़ टेपकांड मामले में केन्द्र बिंदू रहे मंतूराम पवार और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की मुलाकात पर सीएम भूपेश बघेल ने चुटकी ली है और कहा है कि एसआईटी के सामने बयान देने जाने से ठीक पहले मंतूराम पवार को डॉ रमन सिंह के पास जाने की जरुरत क्यों पड़ी. भूपेश ने कहा कि डॉ रमन सिंह पता नहीं मंतूराम को क्या सीखा पढ़ाकर भेजे होंगे. उन्होंने कहा कि इस मुलाकात से साफ है कि चोर की दाढ़ी में तिनका है.

पत्रकारों ने सीएम भूपेश बघेल से सवाल किया कि डॉ रमन ने एसआईटी जांच के औचित्य पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जब हाईकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट ने इस मामले को संज्ञान में ले लिया है,तो फिर बदले की भावना के तहत ये जांच कराई जा रही है. इस सवाल पर सीएम ने कहा कि कांकेर में दर्ज एफआईआर समाप्त नहीं हुआ है,बिलासपुर में दर्ज एफआईआर समाप्त नहीं हुआ है और रायपुर में दर्ज एफआईआर भी समाप्त नहीं हुआ है. हम इन्हीं सभी एफआईआर की एक साथ जांच करा रहें हैं,जो डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में दर्ज हुआ है. अब जब उन्हीं के शासनकाल में दर्ज एफआईआर की हम जांच करा रहें हैं,तो उन्हें तकलीफ क्यों हो रही है.

गौरतलब है कि आज अंतागढ़ टेपकांड मामले में नीथूकमल के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने मंतूराम पवार को पूछताछ के लिये बुलाया था, लेकिन एसआईटी के सम्मुख पेश होने से पहले मंतूराम पवार ने भाजपा लीगल सेल के अध्यक्ष नरेश चंद्र गुप्ता के साथ जाकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से मुलाकात की. मंतूराम और डॉ रमन सिंह के बीच आधे घंटे से ज्यादा समय तक मुलाकात का दौर चला और फिर इसके बाद मंतूराम पवार एसआईटी के सामने पेश हुए.