संदीप भम्मरकर, भोपाल। आयुष्मान निरामय योजना के तहत कोरोना मरीजों के निशुल्क इलाज के आदेश जारी होने के 24 घंटे के भीतर प्रदेश में 515 मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए। इन मरीजों के इलाज में लगभग 20 लाख रुपये (19,46,700) का खर्च आएगा। यह जानकारी कोरोना समीक्षा बैठक में अफसरों ने शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दी।
बैठक में मुख्यमंत्री ने अफसरों को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में आईसीयू बेड बढ़ाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सभी कोविड मरीज के लिए ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की उपलब्धता शत प्रतिशत सुनिश्चित की जाए। आईसीयू हो या ऑक्सीजन बेड जिसको जरूरत है, उसे मिलेगा। अब हमारे पास गुंजाइश बनती जा रही है। हम व्यवस्थाएं बढ़ाते जा रहे हैं। कोई भी मरीज बिना बेड के न रहे, मध्यप्रदेश पहले की अपेक्षा आज कंफर्टेबल स्थिति में है।
इसे भी पढ़ें : BREAKING : कालाबाजारी रोकने इस जिले में एसआईटी का गठन, इन पर रहेगी निगाहें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रमुख अस्पतालों में अगर बढ़ा सकते हैं तो बेड की कैपिसिटी बढ़ाएं। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, उज्जैन में आईसीयू बेड की कैपेसिटी मेडिकल सरकारी अस्पतालों में तो बढ़ाएं, प्राइवेट अस्पतालों का भी सहयोग लें। अगर जरूरत है पेशेंट को भर्ती करने की तो उसे भर्ती किया जाएगा, बेड की कमी नहीं होगी यह हमारा संकल्प है।
इसे भी पढ़ें : आयुष्मान कार्ड से कोरोना के मुफ्त इलाज के आदेश पर बोले कमलनाथ- इस्तीफा देने से पहले मैं ने सभी के मुफ्त इलाज का आदेश दिया था
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने यहां Click करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें