नासिर बेलिम,उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन से चाइना चाइना डोर (मांझे) से एक युवती का गला कट गया, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई. इस खबर को हमने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. अब मांझे से युवती की मौत मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने संज्ञान लिया है. सीएम ने प्रदेश भर के बाजारों में बिक रहे मांझे पर अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए है. इसके साथ ही युवती को श्रद्धांजलि भी अर्पित की है.

कटी पतंग ने काट दी जिंदगी: बहन के साथ स्कूटी में जा रही युवती का चाइना डोर से 80% गला कटा, तड़प-तड़प कर गई जान, आखिर मौत का जिम्मेदार कौन है ?

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा है कि उज्जैन के थाना माधवनगर में स्कूटी चला रही 20 वर्षीय बेटी नेहा आंजना के गर्दन पर पतंग का मांझा आ जाने से हुए हादसे में निधन का समाचार अत्यंत व्यथित करने वाला है. ईश्वर से यही प्रार्थना कि बेटी की दिवंगत आत्मा को शांति और परिजनों को यह वज्रपात सहने की शक्ति दें। ॐ शांति. उन्होंने आगे लिखा है कि मैं प्रदेश के समस्त ज़िला प्रशासन को कड़े निर्देश दे रहा हूं कि इस तरह के जो खतरनाक मांझे बाजार में बिक रहे हैं, उनकी जांच की जाए और उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए.

उज्जैन के माधव नगर थाना क्षेत्र के पाटीदार ब्रिज पर 2 बहने एक्टिवा में सवार होकर जा रही थी. इसी उसी दौरान पतंग की चाइना मांझे (मांझा) से युवती का गला कट गया है. जिसे आनन-फानन में राहगीरों की मदद से पाटीदार अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई है. मृतक युवती की पहचान नेहा अंजना (20 वर्ष) निवासी ग्राम जगोटी के रूप में हुई.

मामा के घर रहकर पढ़ाई कर रही थी

बताया जा रहा है कि नेहा अंजना उज्जैन में अपने मामा के घर में रहकर पढ़ाई कर रही थी. आज दोपहर को वह अपनी अपने मामा की बेटी यानी अपनी बहन के साथ एक्टिवा से फ्रीगंज होते हुए अपने काम से कहीं जा रही थी. इस दौरान जीरो प्वाइंट ब्रिज पर नेहा पतंग के चाइना डोर की चपेट में आ गई. जिससे उसका गला बुरी तरह से कट गया. अब उसकी जान चली गई है.

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आखिर मौत का जिम्मेदार कौन है ?

आखिर मौत का जिम्मेदार कौन है ? सरकार ने चाइना मांझे पर प्रतिबंध लगा रखा है. बावजूद इसके बाजारों में धड़ल्ले से बिक रही है. पुलिस प्रशासन इस पर लगाम क्यों नहीं लगा रही है. प्रशासन को हादसे का ही इंतजार रहता है. जिसके बाद कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है. यदि मकर संक्रांति पर समय रहते चाइना डोर की जांच की जाए, हादसे न हो. लेकिन सरकार, पुलिस और प्रशासन को मौत का ही इंतजार होता है ? बता दें कि मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने के लिए बड़ी संख्या में खुलेआम चाइना डोर का इस्तेमाल किया जा रहा है. हर साल इसके चलते कई हादसे होते हैं. पक्षियों की भी बड़ी संख्या में मौत होती है.

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