सुशील खरे, रतलाम। मध्य प्रदेश में बीते दिनों कोरोना संक्रमण के चलते बहुत लोगों की ऑक्सीजन की किल्लत के चलते जान चली गई. हर जगह ऑक्सीजन के लिए त्राहिमाम मचा हुआ था. प्रदेश में शिवराज सरकार ने संभावित कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरु कर दी है. जिसके चलते रतलाम मेडिकल कॉलेज में विधायक चेतन्य काश्यप के फाउंडेशन द्वारा लगवाए गए ऑक्सीजन प्लांट का वर्चुअल लोकार्पण सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया. इस मौके पर कोविड प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा और सांसद गुमान सिंह डामोर समेत आला अधिकारी मौजूद रहे. यहां 1 करोड़ 2 लाख रुपए की लागत से तैयार हुए प्लांट की वजह से ऑक्सीजन के मामले में रतलाम आत्मनिर्भर जिला बन गया.

इसे भी पढ़ें ः हैलो… मैं डॉ प्रभुराम चौधरी बोल रहा हूं, स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड मरीजों से पूछी कुशलक्षेम

लोकार्पण के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि दूसरों की भलाई और उनकी जिन्दगी बचाने से बड़ा कोई पुण्य नहीं है. जियो और जीने दो हमारी परंपरा और संस्कृति है. कोरोना के भीषण काल में ऑक्सीजन का संकट हम सबने देखा और भोगा है. ऐसी स्थिति में शासकीय मेडिकल कॉलेज रतलाम में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर क्षेत्र की जनता को राहत और सुरक्षा देना सराहनीय है.

इसे भी पढ़ें ः तो हाईकोर्ट की फटकार के बाद सरकार ने निजी अस्पतालों में इलाज की दरें की तय

सीएम शिवराज ने कहा कि कोरोना महामारी के संकट काल में ऑक्सीजन की समस्या दूर करने के लिए चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा एक करोड़ दो लाख रुपये की लागत से ऑक्सीजन प्लांट मेडिकल कॉलेज रतलाम में स्थापित किया गया है. उन्होंने कहा कि विधायक चेतन्य काश्यप द्वारा ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने से शासकीय मेडिकल कॉलेज रतलाम ऑक्सीजन में आत्म-निर्भर हो गया है. कम समय में तैयार हुए इस प्लांट से 57 क्यूबिक मीटर अर्थात एक हजार लीटर प्रति मिनिट ऑक्सीजन मेडिकल कॉलेज के मरीजों को मिल सकेगी. कोरोना के बाद भी यह प्लांट लगातार उपयोगी रहेगा.

इसे भी पढ़ें ः कोरोना कर्फ्यू की भेंट चढ़ी फसल, किसान ने 4 लाख की लौकी पर ट्रैक्टर चलाकर किया नष्ट

हमारे whatsapp ग्रुप से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें