राकेश चतुर्वेदी/शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. सीएम शिवराज कोरोना को लेकर क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक ले रहे हैं. मुख्यमंत्री ने बढ़ते कोरोना के लेकर चिंता जताई है. स्वास्थ विभाग के एसीएस मोहम्मद सुलेमान कोविड-19 पर प्रेजेंटेशन दिया. ACS ने बताया कि सीएम शिवराज को 96 फीसदी मरीज होम आइसोलेट हैं. बैठक से जुड़े केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी जुड़े हैं. सीएम ने वैक्सीनेशन में पिछड़ने पर कलेक्टर्स को फटकार भी लगाई है.
वैक्सीनेशन में पिछड़ने पर कलेक्टर्स पर गरजे सीएम
सीएम ने एक कलेक्टर से पूछा आपका जिला क्यों फिसड्डी रहा, तो दूसरे से कहा कि आपकी बात से मैं संतुष्ट नहीं हूं. खरगौन, बड़वानी कलेक्टर से सीएम ने पूछा कि आपके यहां वैक्सीन का दूसरा डोज 85 फीसदी ही क्यों हुआ ? सीएम ने वेरीफाइड रिपोर्ट मांगी है. विदिशा कलेक्टर से पूछा कि बच्चों के वैक्सीनेशन में विदिशा क्यों फिसड्डी रहा ? बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर ग्वालियर कलेक्टर से सीएम बोले कि आपकी बातों से मैं संतुष्ट नहीं हूँ. कलेक्टर ने कहा कि मेरे पास 13 हजार बच्चों की ही जानकारी है. 17 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान टीकाकरण को लेकर फिर कलेक्टर्स से चर्चा करेंगे.
भिंड कलेक्टर को लगाई फटकार
सीएम शिवराज ने वैक्सीनेशन पर भी अहम निर्देश दिए हैं. जिस जिलों में कम वैक्सीनेशन हुआ है, वहां के अधिकारियों को जवाब देना होगा. सीएम ने ग्राम क्राइसिस समूह को गांव-गांव जाने की सलाह दी है. सीएम ने वैक्सीनेशन को लेकर भिंड कलेक्टर पर नाराजगी जताई है. सीएम ने कलेक्टर से प्रमाण के साथ वैक्सीनेशन के कागज मांगे हैं. सीएम ने सभी कलेक्टर से मप्र के मूलनिवासी जो दूसरे प्रदेश में है, उसकी सूची मांगी है.
मुख्यमंत्री बोले- कहां हैं कलेक्टर ?
इसके अलावा शाजापुर के कलेक्टर की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मौजूदगी नहीं होने पर मुख्यमंत्री बोले कि कलेक्टर कहां गए हैं ? तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा की जो काम बचे हैं, उसके काम जल्द करने के निर्देश दिए. जो ठेकेदार है, सीएम शिवराज उनसे भी बातचीत करेंगे. एसीएस मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि लोगों को जागरूक करें, मेडिकल स्टोर से कोरोना की जांच की किट लेकर जांच करें, लेकिन पोर्टल पर रिपोर्ट की जानकारी डालें.
सीएम शिवराज की कलेक्टर्स से एव-टू-वन चर्चा
सीएम शिवराज ने कलेक्टर्स से एव-टू-वन चर्चा कर रहे हैं. इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर कलेक्टर से सबसे पहले चर्चा की गई. सीएम ने कहा कि तीसरी लहर में सबसे महत्वपूर्ण होम आइसोलेशन है. सीएम ने सभी जिलों में छोटे भी कोविड सेंटर बनाए जाने के निर्देश दिए हैं. ब्लॉक स्तर पर कोविड सेंटर को भी संचालित किए जाए. क्योंकि नीचले स्तर तक कोरोना फैल रहा है. सीएम शिवराज ने अधिकारियों को अलर्ट मोड़ पर रहने की हिदायत दी है. घर में इलाज करवा रहे मरीजों तक दवाइयों और किट जल्द पहुंचाने के निर्दश दिए गए. जिला प्रशासन को होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के निरंतर संपर्क में रहने को कहा है.
इंदौर कलेक्टर ने रखा ये सुझाव
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि प्रदेश में 30% केस हैं. 3.3 प्रतिशत ही अस्पतालों में एडमिट हैं. कलेक्टर ने सीएम के सामने सुझाव रखा है कि हमने सख्ती बढ़ाई, तो संक्रमण की दर कम हो सकती है. अगर सख्ती नहीं बढ़ाई गई, तो रोज के आंकड़े 10 हजार के पास आएंगे. तब मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि इंदौर में यदि प्राइवेट रूप से टेस्ट हो रहे हैं, तो उन्हें भी रिकॉर्ड में लिया जाए.
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