नीरज काकोटिया, बालाघाट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बालाघाट जिले के मुककी में पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हॉक फोर्स के जवानों से मुलाकात और चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कठिन परिस्थितियों में सेवाएं देने के लिए उनकी हौसला अफजाई की। उन्होंने हॉक फोर्स के जवानों से उनकी समस्याओं की जानकारी भी ली।

बता दें कि मुख्यमंत्री निजी प्रवास पर कान्हा मुककी में है और इस प्रवास के दौरान ही उन्होंने नक्सली उन्मूलन को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा की। बालाघाट पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने प्रोजेक्ट के माध्यम से नक्सली गतिविधि को लेकर प्रजेंटेशन दिया। एसपी ने बताया कि बालाघाट में टाडा दलम दरेकसा दलम, कान्हा भोरमदेव दलम का मूवमेंट सक्रीय है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे शासन की जनकल्याण योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करें, जिससे लोग नक्सलियों से ना जुड़ें और प्रशासन में उनका विश्वास बढ़े। सामूहिक वन प्रबंधन का भी प्रभावी क्रियान्वयन होना चाहिए। जवानों से कहा कि आपकी सेवाएं सिर्फ नौकरी नहीं बल्कि एक मिशन है, जो देश को बचाने से संबंधित एक महत्वपूर्ण दायित्व है। आप बड़े मिशन के लिए कार्य कर रहे हैं। आपका पराक्रम और समर्पण सराहनीय है। आपके साहस और शौर्य को मैं प्रणाम करता हूं। कहा कि प्रदेश में किसी भी स्थान पर हिंसा पर आधारित विचारधारा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोकतंत्र में इसका कोई स्थान नहीं है। प्रदेश के अनेक हिस्सों में अपराधों में लिप्त तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जा चुकी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हॉक फोर्स में स्थानीय युवाओं की भर्ती आवश्यक है। इसकी प्रक्रिया से संबंधित निर्देश भी पूर्व में दिए जा चुके हैं। इसी तरह आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों का नक्सल नियंत्रण अभियान में सहयोग लिए जाने की योजना पर अमल हो रहा है। एसपी ने प्रोजेक्ट के माध्यम से सीएम के समक्ष नक्सली मूवमेंट को लेकर प्रेजेंटेशन दिया।

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