अनिल सक्सेना, रायसेन। सोमवार को रायसेन में सियासी माहौल गर्म रहने वाला है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कल रायसेन जिले के दौरे पर रहेंगे और गैरतगंज के ग्राम कहुला में ‘जल संसद’ कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान सीएम जलाभिषेक अभियान का शुभारंभ करेंगे

इधर, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी कल रायसेन जाएंगी और ऐतिहासिक किले पर बने शिव मंदिर में जलाभिषेक करेंगी। उमा भारती ने जिला प्रसाशन को भी पत्र लिखकर इस बारे में अवगत करा दिया है।

दरअसल, रायसेन किले में बने सोमेश्वर धाम मंदिर का निर्माण परमारकालीन राजा उदयादित्य ने करवाया था। उस दौर में राजघराने की महिलाएं मंदिर में पूजा करने जाती थीं। सन् 1543 तक यह स्थान मंदिर के रूप में प्रतिष्ठित रहा। इसके बाद राजा पूरणमल को शेरशाह ने हरा दिया। उसके शासनकाल में यहां शिवलिंग को हटाकर मस्जिद बना दी गई।

आजादी के बाद से लगा हुआ है ताला

आजादी के बाद से सन् 1974 तक मंदिर पर ताले लगे रहे। फिर उस दौरान एक बड़ा आंदोलन हुआ था। जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाशचंद सेठी ने मंदिर के ताले खुलवाए थे। आंदोलन के बाद से मंदिर एक बार महाशिवरात्रि पर 12 घंटे के लिए खुलता है। इस दिन यहां मेले का आयोजन भी होता है।

बीते दिनों व्यास गद्दी से शिवमहापुराण कथा के दौरान हजारों श्रद्धालुओं के सामने पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के राज्य में ही ‘शिव’ कैद में हैं. ऐसे में कैसे सुख हो सकता है. रायसेन के लोगों धिक्कार है, जो आज तक उनको बाहर नहीं ला सके. पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मैं शिवराज जी से अपील करता हूं कि वो मंदिर के ताले खुलवाएं.

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