राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हम आजादी दिलाने वाले कई क्रांतिकारियों को भूल गए। हम भूल गए हैं नेताजी सुभाषचंद्र बोस को। आजादी के बाद क्रांतिकारियों को असली दर्जा या तो अटलजी की सरकार में मिला या मोदी सरकार में मिला। कांग्रेस ने सुभाष बाबू के साथ न्याय नहीं किया। मेडिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई अंग्रेजी में करवाकर हमारे देश में षड्यंत्र किया गया।

सीएम शिवराज ने रविवार को ने आजाद हिंद पार्क का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमें इतिहास सही नहीं पढ़ाया गया। हम कई क्रांतिकारियों को भूल गए। सिर्फ कुछ लोगों को ही आजादी के लिए सम्मान दिया। हमने गणतंत्र 23 जनवरी से मानने का निर्णय किया है।

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जबलपुर जेल में नेताजी के सामान का संग्रह
हमने जबलपुर की जेल में नेताजी के सामान का संग्रह करने का तय किया है। ताकि आम जनता उनके योगदान को समझ सके। उन्होंने कहा कि ये इतिहास में दर्ज है। जबलपुर में कांग्रेस का अधिवेशन हुआ था। महात्मा गांधी नहीं चाहते थे कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस कांग्रेस के अध्यक्ष बनें। गांधीजी के उम्मीदवार थे सीता रमैया। लेकिन लोकप्रिय इतने थे कि नेताजी अध्यक्ष बन गए।
उन्होंने कहा कि अब हम दीनदयाल अंत्योदय रसोई के साथ एक चलती फिरती रसोई शुरू करेंगे। ताकि जो मजदूरी करते हैं गरीब हैं वो पेटभर भोजन कर सकें। सरकार जनता की है। उनके लिए पैसे की कमी नहीं आएगी। मुख्यमंत्री खुली कार से ओवरब्रिज का अवलोकन।

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