कार्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि सरकारी और निजी कंपनियों द्वारा निर्मित सभी उत्पादों पर लेबल पर कन्नड़ में नाम और उत्पाद की जानकारी अनिवार्य रूप से लिखी जानी चाहिए. शुक्रवार को विधान सौध में राज्योत्सव, या राज्य की स्थापना दिवस, पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निर्मित अधिकांश उत्पादों पर मुख्य जानकारी केवल अंग्रेजी में होती है.
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से कन्नड़ भाषा और इसके 2000 से अधिक वर्षों के समृद्ध इतिहास पर गर्व करने की भी अपील की. उन्होंने बातचीत में कन्नड़ को बिना किसी भेदभाव के हर स्तर पर उपयोग करने की भी जरूरत पर बल दिया.
उन्होंने कहा, ” गैर-कन्नड़ लोगों को कन्नड़ सिखाने के लिए हमें मिलकर प्रयास करना चाहिए. धर्म, जाति, भाषा से परे जो भी कर्नाटक का भोजन ,पानी , हवा का सेवन करता है स्वाभाविक रूप से वह कन्नड़ बन जाता है. मैं अन्य भाषाओं को सीखने का विरोध नहीं करता. लेकिन हमारी भाषा की कीमत पर यह नहीं होना चाहिए.”
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा “लोग दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से आजीविका के लिए कर्नाटक और बेंगलुरु आए और इसे अपना घर बना लिया है. यह हमारा स्वर्ग है और हमारी दिव्य भाषा कन्नड़ है,”
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