पाटन- अटल विकास यात्रा के तहत पीसीसी चीफ भूपेश बघेल के गढ़ में पहुंचे मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने जमकर दहाड़ लगाई है. रमन ने अपने भाषण के दौरान बार-बार नाम लिए बगैर भूपेश बघेल पर जमकर हमला बोला. सभा में विरोध करने पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर टिप्पणी करते हुए रमन ने कहा कि- ये वो लोग हैं, जो विकास विरोधी हैं. ऐसे लोग हैं, जिन्हें विकास पसंद नहीं है. रमन ने कहा कि विरोध के अलावा कांग्रेस के मित्र कुछ करते नहीं. काला झंडा हमेशा इनके हाथों में होता है, क्योंकि इन्हें काला रंग ही पसंद है. जनता ने इनके चेहरे पर यह रंग पोत भी दिया है. ये घर से निकलते हैं, तो यही काम के लिए निकलते हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों का, स्वतंत्रता संग्राम का केंद्र रहा पाटन, लेकिन यहां का नेता जेल जाता है. इसलिए नहीं की गरीबों के लिए लड़ा हो, इसलिए नहीं कि किसानों के लिए लड़ रहा है, इसलिए नहीं की गरीबों के लिए आंदोलन कर जेल गया हो. बल्कि इसलिए जेल जाता है क्योंकि सीडी दिखाकर नेताओं का चरित्र हत्या करता है. जो पाटन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का जन्मस्थान रहा है, उस पाटन को बदनाम करने का काम किया है. ऐसे कृत्य करने वाले जनप्रतिनिधि और उसके एक दो चट्टे बट्टे आ जाते हैं. इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है. छत्तीसगढ़ की जनता ने पहले भी 2003, 2008 और 2013 में सबक सिखाया है.
रमन ने छत्तीसगढ़ में हर तरफ विकास हो रहा है लेकिन कुछ लोगों को विकास दिखता नहीं. कुछ लोगों को विकास पसंद नहीं आता, क्योंकि जीवन में कभी विकास किया नहीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेसी की जब सरकार थी, छत्तीसगढ़ का कभी विकास नहीं किया. गरीबी हटाओ के नारे लगाने वाले कांग्रेसियों की सरकार में गरीब और गरीब होता गया. लेकिन जब कमल की सरकार बनती है, तो गरीबों को एक रूपए किलो में चावल मिलता है. नारे लगानी वाली कांग्रेस कभी गरीबों के लिए योजना बनाई. परिवर्तन लाया मुझे ख्याल नहीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के लिए बड़ी-बड़ी बात करने वाले कांग्रेसी अपनी सरकार के दिनों को याद कर लें. उस वक्त आपके विधायक भी आपके मंत्री हुआ करते थे. हमें भी मालूम है कि उस दौरान कांग्रेस ने किसानों के साथ कैसे छल किया है. उस वक्त के किसान भी आज सभा में बैठे हैं. 2000 से 2003 तक कांग्रेस किसानों से कैसे छल किया.

शहीद डोमेश्वर साहू के नाम पर काॅलेज

दुश्मनों से सीधी लड़ाई में शहीद होकर पाटन का बेटा शहीद डोमेश्वर साहू को आज सच्ची श्रद्धांजलि मिली. शहीद की स्मृतियों को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने अटल विकास यात्रा के मंच से ही ऐलान किया कि जामगांव के काॅलेज का नामकरण डोमेश्वर साहू के नाम से किया जाएगा. रमन ने कहा कि सही अर्थों में यह उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी.