इमरान खान, खंडवा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को खंडवा पहुंचे। सीएम जननायक टंट्या भील (Tantya Bhil) के गौरव यात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान आयोजित सभा में सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई में हमें गलत इतिहास पढ़ाया। उन्होंने सिर्फ कुछ लोगों को आजादी का श्रेय दिया। बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, रघुनाथ शाह ऐसे कई जननायक क्रांतिवीर छूट गए, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में योगदान दिया था।

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मुख्यमंत्री ने कहा कांग्रेस सरकार ने एक जनजातीय विश्वविद्यालय बनाया, जिसका नाम भी इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) के नाम पर रख दिया। उन्हें जनजातीय क्रांतिकारियों का योगदान याद ही नहीं आया। मुख्यमंत्री का इशारा अमरकंटक में बने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (Indira Gandhi National Tribal University) की तरफ था। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार अब टंट्या मामा का सही इतिहास पढाएगी। पातालपानी को एक नए तीर्थ के रूप में विकसित करेगी।

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ऐतिहासिक भूल भाजपा सुधार रही 
शिवराज ने पीएम मोदी को धन्यवाद करते हुए कहा कि अब 15 नवंबर को पूरे देश में बिरसा मुंडा के बलिदान दिवस पर जनजाति गौरव दिवस मनाया जाएगा। यह जनजातीय वीर शहीदों के कर्ज चुकाने का प्रयास है।  कांग्रेस में एक ही खानदान के नाम पर सबके नाम रख दिए। हम अब ऐतिहासिक भूल को सुधार रहे हैं।

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तीर्थ के रूप में विकसित होगी पातालपानी,  पातालपानी रेलवे स्टेशन अब टंट्या भील के नाम से जाना जाएगा 

मुख्यमंत्री ने कहा पातालपानी को नए तीर्थ के रूप में विकसित करेंगे। टंट्या मामा ने आजादी की लड़ाई में भारत माता के लिए अपने आप का बलिदान दिया है। हम उनके सही इतिहास को पढ़ाएंगे। पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम टंट्या भील के नाम पर रखने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। इंदौर में बन रहे आईएसबीटी बस स्टैंड का नाम भी टंट्या भील के नाम पर रखा जाएगा।

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टंट्या भील की गौरव यात्रा शोषण के खिलाफ लड़ाई की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने कहा कि जननायक टंट्या भील की यह गौरव यात्रा शोषण के खिलाफ लड़ाई की शुरुआत है। हम जनता की जिंदगी बदलने का काम कर रहे हैं। अनुसूचित जाति और जनजातियों की तस्वीर और तकदीर बदलेंगे। जो लोग हमारे साथ हैं, उनका स्वागत है जो हमारा विरोध करेंगे फिर भी हम हमारा यह अभियान जारी रखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस गौरव यात्रा में किसी भी नेता का स्वागत नहीं होगा सिर्फ कलश पर फुल चढ़ेंगे और टंट्या मामा के वंशजों का ही स्वागत किया जाएगा।