नितिन नामदेव, रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सीआईआई की ओर से आयोजित ग्रीन स्टील समिट 2024 में शामिल हुए. भारतीय इस्पात उद्योग को कार्बन रहित बनाने के उद्देश्य से स्टील समिट का आयोजन हो रहा है. समिट में देश विदेश के उद्योगपति शामिल हो रहे हैं. दो दिवसीय इस समिट का आयोजन नवा रायपुर स्थित निजी होटल में हो रहा है.
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है की सीआईआई द्वारा ग्रीन स्टील समिट यहां हो रहा है. इसमें देश-विदेश से भी उद्योगपति उपस्थित हुए हैं. 2 दिन का यह समिट निश्चित ही ग्रीन स्टील उत्पादन की दृष्टि में महत्वपूर्ण होगा. आज कार्बन उत्सर्जन से दुनिया चिंतित है. निश्चित रूप से यह समिट ग्रीन स्टील निर्माण के क्षेत्र में और कार्बन से मुक्ति दिलाने के क्षेत्र में मिल का पत्थर साबित होगा.
वहीं सीएम साय ने कारगिल विजय पर कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के समय ऐतिहासिक जीत मिली थी. उसी की याद में कारगिल विजय दिवस हम लोग हर साल मनाते हैं.
बजट पर विपक्ष के आरोप का पलटवार करते हुए सीएम विष्णुदेव साय ने कहा बजट बहुत अच्छा है. सभी वर्गों के लिए अच्छा है. 2047 तक विकसित भारत के रूप में देश खड़ा हो. उस संदर्भ में बजट है, लेकिन विरोधी को तो अपना धर्म निभाना ही पड़ेगा.
सीआईआई के चेयरमैन सिद्धार्थ अग्रवाल ने बताया कि जितने भी स्टील इंडस्ट्रियल है. यह कार्बन को कैसे कंट्रोल किया जाए. एनवायरमेंट को और कैसे अच्छा कर सकते हैं. दुनिया में बहुत सारी टेक्नोलॉजी हैं. जिनको करंट में हम अपने इंप्लीमेंट करके जो कार्बन होते हैं. उनको कंट्रोल कर सकते हैं जो स्टील प्रोडक्शन होता है. उसको हम ग्रीनर की तरफ ले जा सकते हैं. सारा फोकस इस पर है. यहां पर दुनिया के अलग-अलग जगह से लोग पहुंचे हैं. टेक्नोलॉजी को बदलना, उद्योग जगत उनके साथ जुड़कर अच्छा वातावरण बनाने का प्रयास करे और छत्तीसगढ़ में हम प्रदूषण को जितना नियंत्रित कर सकते हैं, जितना कम कर सकते हैं, कर सकें, यही इस कार्यक्रम का उद्देश्य है.
सीआईआई के वाइस चेयरमैन संजय अग्रवाल ने कहा कि विकसित भारत के लिए स्टील बहुत जरूरी है. स्टील बनाने में कार्बन का उत्सर्जन होता है अब एक ऐसे टेक्नोलॉजी आ गई है जिससे कार्बन को कम से कम उत्कर्षण से स्टील बन सकता है. पर्यावरण को बचाते हुए पर्यावरण के नुकसान को बचाते हुए कैसे स्टील बना सकते हैं उसको सीखने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के बड़े-बड़े विशेषज्ञों को बुलाकर हम यह समिट कर रहे हैं और यह स्वयं संज्ञान लेकर कर रहे हैं. इंडस्ट्री ने खुद में यह सोचा है और सारे इंडस्ट्रीज हम इसको अडॉप्ट करके बेहतर पर्यावरण की तरफ बढ़ने का प्रयास है. इसमें 10 अलग-अलग कंट्री के लोग यहां पहुंचे हुए हैं
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