
प्रतीक चौहान/प्रियंका साहू. रायपुर. मुख्यमंत्री निवास में महिला पत्रकारों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह में तमाम महिला पत्रकारों का सम्मान किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने राजनीतिक सफर के बारे में पत्रकारों से बातचीत की और पंच से लेकर मुख्यमंत्री बनने तक के सफर के बारे में बताया. इस दौरान एक वर्षों पुराना वाक्या सामने आया, जिसने सभी के चेहरे पर मुस्कान ला दी.


हुआ कुछ यूं कि मुख्यमंत्री का उनके राजनीतिक करियर का पूरा सफर बताने के बाद एक भाजपा महिला नेत्री खड़ी हुई और उन्होंने ये कहा कि इस सफर की चर्चा में मुख्यमंत्री जी एक वाक्या बताना भूल गए. भाजपा नेत्री डॉ किरण ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि उन्होंने अपने पिता जी से पटवा सरकार ( अविभाजीत मध्यप्रदेश सरकार) के कई किस्से सुने.
इसमें सदन के अंदर का एक किस्सा उन्होंने सुना कि जब पहली बार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय विधायक बने तो उनकी उम्र 26 वर्ष थी और महिला विधायकों में तत्कालीन विधायक रंजना बघेल सबसे युवा महिला विधायक थी. तो सदन एक बार किसी विधायक ने ये कहा था कि आप दोनो की शादी करवा देनी चाहिए. हालांकि इसके बाद महिला नेत्री ने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री उनकी पत्नी श्रीमती कौशल्या देवी के नसीब में थे, इसलिए 7 जन्मों का रिश्ता अब उनके साथ जुड़ गया है.
मुख्यमंत्री बोले- नारीशक्ति से मीडिया के चौथे स्तंभ को मजबूती मिलती है
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने महिला पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और नारीशक्ति से इसे और भी मजबूती मिलती है. इस मौके पर न्यूज 24 MP-CG और लल्लूराम डॉट कॉम की प्रोडक्शन हेड ज्योति सिंह, कंटेंट एडिटर त्रिशा अग्रवाल और प्रियंका साहू समेत तमाम महिला पत्रकारों को भी सीएम साय ने सम्मानित किया. पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से महिला सुरक्षा को लेकर भी चर्चा की और उनके लिए अलग से एक टूर प्लान करने की अपील की.
वहीं इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती ज्योति सिंह ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकारों को मिलने वाली सम्मान निधि की योजना के दायरे को शासन को बढ़ाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसका लाभ वर्तमान में बहुत कम पत्रकारों को ही मिल पाता है, इसलिए इसके दायरे को बढ़ाने से अन्य वरिष्ठ पत्रकारों को भी इसका लाभ मिल सकेगा.


