लखनऊ. मुख्यमंत्री बाढ़ पीड़ितों के लिए मसीहा बनकर उभरे हैं. बीते साढ़े 7 सालों में बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की गई है. इस अवधि में बाढ़ पीड़ितों पर करीब 2900 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इसके अलावा किसानों को भी क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा दिया गया है. जिससे 22 लाख से ज्यादा किसान नुकसान से उबरे हैं.
सरकार ने मुआवजे में करीब 964 करोड़ की धनराशि वितरित की है. वहीं प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फूड और लंचके पैकेट बांटे गए हैं. जिसकी संख्या 89 लाख 20 हजार 234 है.
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इसके साथ ही सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में निगरानी के लिए 5301 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई. बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू के लिए 2813 मोटर बोट और 34912 नावों को लगाया गया. इसके अलावा बाढ़ से पूरी तरह क्षतिग्रस्त 3,107 मकानों और आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त 1,41,107 मकानों का मुआवजा दिया गया.
बाढ़ की वजह से 530 लोगों ने अपनी जान गंवाई. इनके परिजनों को योगी सरकार की ओर से 4-4 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया. इसी तरह 1304 दुधारू पशुओं और 337 गैर दुधारू पशुओं की मृत्यु पर पशुपालकों को सहायता धनराशि दी गई.
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