मुंबई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी स्थापित करने जा रहे हैं, इसके लिए उनके मुंबई दौरे से महाराष्ट्र की सियासत में हलचल मची हुई है. एक तरफ महाराष्ट्र के मंत्री सौ से अधिक सालों से शहर में फिल्म उद्योग के मौजूद रहने की बात कह रहे हैं, वहीं दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ मुंबई से कुछ नहीं ले जाने की बात कह रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सितंबर महीने में नोयडा और ग्रेटर नोयडा को मिलाकर गौतम बुद्ध नगर जिला में देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी विकसित करने की मंशा जाहिर की थी. इस दिशा में आगे बढ़ते हुए वे बुधवार को मुंबई पहुंचे, जहां उन्होंने बॉलीवुड कलाकारों के साथ फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों से मुलाकात की. इनमें से एक अक्षय कुमार की योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है.
सौ सालों से वजूद में है मुंबई फिल्म सिटी
योगी आदित्यनाथ की यात्रा के पहले ही मुंबई में सियासी पारा उबाल पर था. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख कहने से नहीं चूके कि सौ साल से अधिक समय से फिल्म इण्डस्ट्री मुंबई में स्थापित है. मुझे नहीं लगता कि कोई और राज्य मुंबई की तरह सुविधा प्रदान कर सकता था. हमारे यहां कानून व्यवस्था की बेहतर स्थिति है. मुझे भरोसा है कि फिल्म उद्योग कहीं और नहीं जाएगी, उनको (योगी आदित्यनाथ) को प्रयास करने दीजिए.
क्या दक्षिण भारत, बंगाल और पंजाब जाएंगे योगी
वहीं शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने भी योगी की यात्रा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुंबई फिल्म सिटी को दूसरी जगह शिफ्ट करना आसान नहीं है. दक्षिण भारत का फिल्म उद्योग भी काफी बड़ा है, पश्चिम बंगाल और पंजाब में भी फिल्म सिटी है. क्या योगी जी वहां भी जाएंगे और फिल्म कलाकारों और निर्देशकों से चर्चा करें या केवल वे मुंबई में ही चर्चा करेंगे.
देना चाहते हैं विश्वस्तरीय सुविधा
योगी आदित्यनाथ ने फिल्म जगत के तमाम लोगों से मुलाकात के बाद पत्रकार वार्ता में एनसीपी और शिवसेना के नेताओं के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि हम यहां कुछ लेने के लिए नहीं आए हैं. हम नई फिल्म सिटी विकसित कर रहे हैं. इसको लेकर लोग क्यों परेशान हो रहे हैं. हम लोगों को विश्व स्तरीय आधारभूत संरचना के तौर पर लोगों को कुछ देना चाहते हैं.