लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों से वर्जुअल बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम कोरोना की दूसरी लहर से लड़ते हुए आज उस स्थिति में हैं, जहां से सजगता, सतर्कता, सावधानी बहुत आवश्यक है. यह कोरोना बहरूपिया है और धूर्त भी है. खुद भी सजग रहें और अपने ग्राम वासियों को भी जागरूक करें.
योगी आदित्यनाथ ने ग्राम प्रधानों से चर्चा में कहा कि कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई निर्णायक चरण में पहुंच रही है, तब आपकी भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है. उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि बहुत से ग्राम प्रधानों ने बगैर शपथ ग्रहण की औपचारिकता की प्रतीक्षा किये परिणाम के तत्काल बाद निगरानी समितियों के साथ मिलकर काम शुरू कर दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और जनता के सहयोग से आज यह स्थिति है कि जिस प्रदेश के बारे में विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया था कि मई में यहां हर दिन एक लाख केस आएंगे, वहां आज कुल मरीजों की संख्या 52000 है. बीते 24 घंटों में यहां मात्रा 2402 नए कोरोना मरीज पाए गए. हमारी रिकवरी रेट बहुत अच्छी है तो पॉजिटिविटी दर 01 से नीचे आ गई है.
उन्होंने ग्राम प्रधानों से कहा कि गांव में बाहर से कोई भी आये उस पर नजर रखें. पूरी सजगता बरतें. ‘मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव’ के संदेश को हर ग्रामवासी का लक्ष्य बनाने के लिए प्रेरित करें. इसके लिए पंचायतों में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का भाव होना चाहिए. हमारे सर्वेक्षण में 68 फीसदी गांवों में शून्य संक्रमण होना पाया गया, लेकिन यह स्थिति बनी रहे, इसके लिए सावधानी जरूरी है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना का हम सभी पर बहुत असर पड़ा है. हमारी प्राथमिकता जीवन और जीविका दोनों को बचाना है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार सभी के भरण-पोषण की व्यवस्था कर रही है. प्रधानमंत्री की प्रेरणा से जून और जुलाई में निःशुल्क राशन दिया जा रहा है तो राज्य सरकार जून, जुलाई और अगस्त में राशन वितरण करेगी. ग्राम प्रधान गण यह सुनिश्चित कराएं कि एक भी पात्र व्यक्ति राशन से वंचित न रहे. कहीं भी घटतौली न हो. सभी दुकानों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन हो.