विक्रम मिश्र, लखनऊ. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज 6वीं पुण्यतिथि है. 16 अगस्त 2018 को उनका निधन हो हुआ था. उनकी पुण्यतिथि पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लोक भवन स्थित अटल बिहार वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. साथ ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, दिनेश शर्मा समेत बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अटल जी को श्रद्धांजलि दी.
उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री देश की राजनीति में आजाद सर्वमान्य चेहरे के रूप में जिनकी पहचान थी ऐसे सदैव अटल बिहारी वाजपेई की आज छठी पुण्यतिथि है. इस अवसर पर प्रदेश की जनता की ओर से उत्तर प्रदेश शासन की ओर से अटल जी के स्मृतियों को नमन करते हुए हम विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. हम सब जानते हैं कि अटल जी का जो पैतृक गांव है वह उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद के बटेश्वर में पड़ता है. उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश के कानपुर में रहकर के संपन्न की.
सीएम योगी ने कहा कि उन्होंने कर्मभूमि के रूप में अपने पैतृक जन्मभूमि के प्रदेश को ही अपनी कर्म भूमि के रूप में चुना. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से उन्होने प्रारंभिक दीक्षा लेने के बाद राष्ट्र धर्म और अन्य विचार परिवार से जुड़े हुए प्रशासन के साथ जुड़कर के एक लेखक के रूप में, एक कवि के रूप में अपनी एक पहचान बनाई है.
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स्वतंत्र भारत में श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सानिध्य में सार्वजनिक जीवन का शुभारंभ करते हुए 1957 में उत्तर प्रदेश की बलरामपुर, जो आज श्रावस्ती लोकसभा सीट है, वहां से वे लोकसभा के सांसद चुने गए. लगातार 10 बार उत्तर प्रदेश के अंदर और देश की संसद में लोकसभा में जाने का दो बार राज्यसभा में जाने का अवसर उन्हें मिला.
योगी ने कहा कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ संसदीय क्षेत्र से लगातार पांच बार अटल जी ने लोकसभा मैं देश का प्रतिनिधित्व किया और यहीं से उन्होंने देश की अस्थिरता में तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में राजनीतिक स्थिरता के साथ-साथ आधुनिक भारत की नींव रखी. सुशासन का मॉडल कैसा होना चाहिए इंफ्रास्ट्रक्चर का मॉडल कैसा होना चाहिए ग्रामीण विकास में विकास का मॉडल क्या होना चाहिए, गरीबों के लिए खाद्यान्न की योजना को आसान करने के लिए अंत्योदय की योजना को उन परिवारों को पहुंचाने के लिए जो कार्यक्रम सफलतापूर्वक क्रियान्वयन हुए वह सभी अटल जी की दूरदर्शिता का परिणाम है.
सीएम योगी ने कहा कि अटल जी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था. देश की राजनीति में सार्वजनिक जीवन के लगभग 6 दशक एक निष्कलंक जीवन जीते हुए भारतीय राजनीति को एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाते हुए 16 अगस्त 2018 को उन्होंने इस भौतिक जगत से अपना उसान किया. आज अटल जी हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन उनकी स्मृतियां उनकी कविताएं भारतीय राजनीति के लिए उनके मूल्य और सिद्धांत सदैव एक नई प्रेरणा प्रदान करते हैं. भारतीय राजनीति के लिए और भारत को एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए उनके साथ प्रयासों के प्रति कृतज्ञता प्राप्त करते हुए कृत्य के लिए राष्ट्र ने उन्हें 2015 में भारत रत्न के उपाधि से भी सम्मानित किया. आज के अवसर पर अपने ऐसे यशश्वी नेता देश के पूर्व प्रधानमंत्री लखनऊ के विकास की धुरी अटल जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.
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