लखनऊ। राज्य सरकार की प्रभावी रणनीति और निरन्तर प्रयासों से प्रदेश में कोविड संक्रमण नियंत्रित स्थिति में है. कोरोना संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है. यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्था को प्रभावी रूप से जारी रखने के निर्देश देते हुए कही.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे. बैठक में बताया गया कि बीते 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 61 नए मामले सामने आये हैं. इसी अवधि में 86 संक्रमित व्यक्तियों को सफल उपचार के बाद डिस्चार्ज किया गया है. वहीं 994 एक्टिव केसेस हैं. पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में 2 लाख 38 हजार 136 कोविड टेस्ट किए गए हैं. राज्य में अब तक कुल 06 करोड़ 35 लाख 45 हजार 93 कोरोना टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं. राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है. यही नहीं जनपद अलीगढ़, बलरामपुर, बस्ती, एटा, महोबा, हाथरस और श्रावस्ती में कोविड का एक भी मरीज नहीं है. यह जनपद कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं.

सवा चार करोड़ लगाए गए वैक्सीन

मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि कोरोना के प्रसार को रोकने में वैक्सीनेशन एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है. लक्षित आयुवर्ग के अधिक से अधिक प्रदेशवासियों को यथाशीघ्र वैक्सीनेट करने के लक्ष्य के साथ कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य किया जाए. उन्होंने कहा कि गांवों में कॉमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से कोविड टीकाकरण हेतु प्रदान की जा रही निःशुल्क पंजीकरण सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. बैठक में बताया गया कि 22 जुलाई तक प्रदेश में 4 करोड़ 27 लाख 97 हजार 138 वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी हैं.

योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये कि कोरोना के कारण जिन कार्मिकों की मृत्यु हुई है, उनके आश्रितों को सभी देयों का अविलम्ब भुगतान किया जाए. इसके साथ ही मृतक आश्रित के तौर पर दी जाने वाली नौकरी भी समय से दे दी जाए.

बैठक में अवगत कराया गया कि कोविड के नए वैरिएंट के सम्बन्ध में गहन अध्ययन-परीक्षण के उद्देश्य से विगत दिनों केजीएमयू, लखनऊ तथा बीएचयू, वाराणसी में 211 सैम्पल की जांच कराई गई. इसमें एक भी सैम्पल में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है. यह रिपोर्ट बताती है कि अब तक प्रदेश डेल्टा प्लस वैरिएंट से सुरक्षित है.

ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना में तेजी के निर्देश

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना का कार्य पूरी तेजी से संचालित किया जाए. उन्होंने सभी ऑक्सीजन प्लांट्स की स्थापना की कार्रवाई 15 अगस्त तक सम्पन्न करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि प्रत्येक ऑक्सीजन प्लांट में कम से कम दो टेक्नीशियन की तैनाती की जाए. बैठक में बताया गया कि राज्य में अभी तक 548 ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना को स्वीकृत किया गया है. इसके सापेक्ष 214 ऑक्सीजन प्लाण्ट क्रियाशील हो चुके हैं। अब तक 280 टेक्नीशियन को प्रशिक्षण दिया जा चुका है.

खेल कोटा में नियुक्ति शुरू करने का आदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिस्पर्धा ओलम्पिक प्रारम्भ हो रही है. टोक्यो ओलम्पिक में प्रदेश के 10 प्रतिभावान खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. उन्होंने प्रदेशवासियों की ओर से सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार खेलों को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है. उन्होंने प्रदेश के सभी विभागों में खेल कोटा को तत्काल बहाल करते हुए यथाशीघ्र नियुक्तियां किये जाने के निर्देश दिए.