हरदोई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को हरदोई पहुंचे. जहां उन्होंने बिलग्राम तहसील के हसनपुर गोपाल में गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) का निरीक्षण किया. ये एक्सप्रेसवे मेरठ से लेकर प्रयागराज तक बनेगा और इसकी कुल लंबाई 650 किलोमीटर होगी, जो उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो रहा है.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान आबकारी राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी, सांसद, विधायकगण, एमएलसी और जिलाध्यक्ष समेत कई प्रमुख नेता भी उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री ने इस परियोजना को प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया, जो राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगी.

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बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे ((Ganga Expressway)) हापुड़,मेरठ, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ शामिल हैं. कानपुर-लखनऊ रूट पर सोनिक स्टेशन के पास गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए रेलवे लाइन पर पुल निर्माण के बाद स्टील गर्डर लगाने का काम चल रहा है. गंगा एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों को 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने की अनुमति होगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गंगा एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत 36230 करोड़ रुपये है. गंगा एक्सप्रेसवे, मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर बिजौली गांव से शुरू होगा और प्रयागराज में एनएच 19 पर जुदापुर दादू गांव के पास खत्म होगा.
एक्सप्रेसवे पर उतारे जा सकते हैं हेलीकॉप्टर
जानकारी के मुताबिक गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा. इनमें मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ शामिल है. इस एक्सप्रेसवे पर 28 फ्लाईओवर, 381 अंडरपास और 126 छोटे पुल बनाए गए हैं. इतना ही नहीं इस एक्सप्रेसवे पर इमरजेंसी में फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर भी इस पर उतारे जा सकेंगे. इसके लिए शाहजहांपुर में साढ़े 3 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई जा रही है.
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