लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को छात्रवृत्ति वितरण समारोह में शामिल हुए. यहां उन्होंने 3 लाख 96 हजार 602 छात्र–छात्राओं को 89.96 करोड़ रुपये की धनराशि हस्तांतरित की. इस दौरान सीएम ने पिछली सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 2017 से पहले छात्रवृत्ति में भेद भाव होता था. छात्रों तक राशि पहुंचती नहीं थी. देर से मिलती भी तो उसमें भी भेदभाव होता था.

योगी ने आगे कहा कि हमारा ही देश है, जिसने शिक्षा के अधिकार को मौलिक अधिकार बनाया. हर बच्चा शिक्षा पा सके ये अनिवार्य किया गया. बेटी को स्नातक तक शिक्षा मुफ्त में प्राप्त हो ये भी व्यवस्था की गई. हमने शिक्षा को समावेशी बनाया है. प्रधानमंत्री जी ने व्यवस्था कर दी है, आने वाले समय में One Nation-One Scholarship की व्यवस्था होने वाली है. योगी ने आगे कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि हमें बंटना नहीं है, हम एकजुट रहकर बेहतर शिक्षा के लिए हर छात्र को स्कूल तक पहुंचाना है. सबको स्कूली शिक्षा के साथ जोड़ना है.

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सीएम ने कहा कि किसी की सिफारिश नहीं करनी पड़ेगी. हम लोगों ने जो व्यवस्था की है आज तो 9 वीं से 12वीं तक के चार लाख छात्र-छात्राओं को आज इसका लाभ दिया जा रहा है. क्योंकि हम लोगों का मानना है कि शिक्षा ही वह माध्यम है जो आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने में सहायक हो सकता है. यही सपना बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का सपना था. जिसमें हर गरीब की शिक्षा तक पहुंचे हो. हर वंचित शासन की व्यवस्था का हिस्सेदार बने. हर छात्र स्कूल में पहुंच सके और इन सब कार्यक्रमों को हम आगे बढ़ने का काम कर रहे हैं.