सीतापुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीतापुर के विकास के लिए 550 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया. पूर्ववर्ती विपक्ष की सरकारों पर निशाना साधते हुए रविवार को सीएम योगी ने कहा कि आजादी के बाद से सीतापुर की पवित्र भूमि की उपेक्षा की गई, मगर आज डबल इंजन की सरकार नैमिष तीर्थ के विकास के लिए महा अभियान चला रही है.

मुख्यमंत्री ने सीतापुर के नैमिषारण्य में महर्षि वेद व्यास धाम के निकट आयोजित स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम एवं जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से सीतापुर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने की अपील की. अपने संबोधन में, आदित्यनाथ ने कहा कि जिस तीर्थ की महिमा का गान संत तुलसीदास जी ने श्रीरामचरितमानस में किया है, वहां आना उनके लिए सौभाग्य की बात है. उन्होंने कहा, आसुरी शक्तियों के खिलाफ महर्षि दधीचि के त्याग और बलिदान की इस भूमि पर सूत जी ने शौनक आदि 88 हजार ऋषि-मुनियों को पुराण की कथा सुनाकर, भारत की ज्ञान परंपरा को धरोहर के रूप में आने वाली पीढ़ी को देने के लिए लिपिबद्ध करने के कार्य को आगे बढ़ाया था. मगर आजादी के बाद से इस पवित्र भूमि की उपेक्षा ही की गई.

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योगी ने कहा, महर्षि वेद व्यास का आश्रम हो या यहां के अन्य पवित्र तीर्थों की सदैव उपेक्षा की गई. यहां जैसा विकास होना चाहिए था वो नहीं हुआ. मगर आज डबल इंजन की सरकार नैमिष तीर्थ के विकास के लिए महा अभियान चला रही है. उन्होंने कहा, नैमिष तीर्थ के साथ साथ सीतापुर के लिए साढ़े पांच सौ करोड़ की परियोजनाओं की शुरुआत हो रही है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, सरकार सभी सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन की गारंटी देगी. एक समिति बनाई गई है और उसकी रिपोर्ट सरकार लागू करेगी.

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