लखनऊ. UPPSC की ओर से राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए नव चयनित सहायक अध्यापकों (एल.टी.) और प्रवक्ताओं (व्याख्याता) को गुरुवार को नियुक्ति-पत्र वितरित किया गया. सीएम ने 494 सहायक अध्यापकों और 49 प्रवक्ताओं को नियुक्ति पत्र सौंपे. इसके साथ ही ITC लैब से आच्छादित स्कूल प्रधानाचार्यों को प्रमाण पत्र दिए गए. इसके अलावा सीएम ने राजकीय इंटर कॉलेजों के 23 मिनी स्टेडियम का शिलान्यास किया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नियुक्तियां निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की गई हैं. उन्होंने कहा कि चयन प्रक्रिया में कोई सिफारिश नहीं हुई और मिशन रोजगार के तहत युवाओं को रोजगार मिल रहा है. मुख्यमंत्री ने ये भी बताया कि प्रदेश में शिक्षकों की कमी को पूरा किया जा रहा है और हर क्षेत्र में बदलाव और विकास दिखाई दे रहा है. आज 8 लाख से ज्यादा नौजवानों को प्रदेश की विभिन्न सेवाओं में सरकारी नियुक्ति-पत्र देकर हमने उन्हें आगे बढ़ाने का काम किया है.

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सीएम ने अपने संबोधन में आगे कहा कि हर छात्र-छात्रा की ये तमन्ना होती है, उसका एक लक्ष्य होता है, जिसे प्राप्त करने के लिए ये खुशी आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. एक प्रक्रिया के तहत आपका चयन हुआ है. लोक सेवा आयोग ने परीक्षा कराई और परिणाम शासन को उपलब्ध कराया. आज चयन की ये प्रक्रिया संपादित हुई है. उन्होंने आगे कहा कि हम अक्सर इस बात को देखते हैं कि जब व्यक्ति नौकरी नहीं पाता है तब तक वह तमाम प्रकार के उलाहने देता है. लेकिन जैसे ही वह नौकरी प्राप्त करता है तो वह अपने कार्य से विरक्त होने का कार्य करता है. 2017 के पहले प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा परिषद नकल के लिए बदनाम हो चुकी थी. बेसिक शिक्षा विरान हो गई थी. लेकिन अब और तब की परिस्थिति में आमूलचूल परिवर्तन हुए हैं.

अब युवाओं को पहचान का संकट नहीं- सीएम

सरकार ने नवाचार करते हुए ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से बेसिक शिक्षा में विशेष परिवर्तन किया गया है. नींव ही यदि कमजोर हो गई तो उसमें क्या मजबूत भवन की कल्पना की जा सकती है? ये प्रयास पहले भी हो सकते थे लेकिन नहीं किए गए. शिक्षा सरकार के एजेंडे का हिस्सा नहीं था. प्रदेश के युवाओं पहचना के संकट से गुजरना पड़ा था. नौजवान अब अपनी पहचान को छुपाता नहीं है. हर क्षेत्र में प्रदेश ने नया किया है.