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लखीमपुर खीरी. कुंभी गांव में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत के पहले बायो-पॉलिमर प्लांट (Bio-polymer plant) की आधारशिला रखी. ये प्लांट 2,850 करोड़ की लागत से बलरामपुर चीनी मिल्स की ओर से बनाया जाएगा. यह परियोजना 100 हेक्टेयर में फैली होगी और इसके माध्यम से स्थानीय युवाओं के लिए सैकड़ों रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने इस पहल को पर्यावरण संरक्षण और उद्योगिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और हरित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा.
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इसके अलावा सीएम ने गोलागोकर्णनाथ शिव मंदिर कॉरिडोर की आधारशिला रखी. यह परियोजना धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विकसित की जा रही है. गोलागोकर्णनाथ को उत्तर भारत का काशी भी कहा जाता है और यह भगवान शिव के भक्तों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है. इस कॉरिडोर के निर्माण से मंदिर क्षेत्र का विस्तार होगा और सुविधाओं में सुधार होगा. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि सरकार प्रदेश के धार्मिक स्थलों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने मंदिर परिसर को भव्य और आधुनिक बनाने की दिशा में तेजी से काम करने के निर्देश भी दिए.
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विस्थापित हुए परिवारों कि मिलेगी आवास की सुविधा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर के निर्माण के दौरान विस्थापित होने वाले सभी परिवारों को आवास की सुविधा प्रदान की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि सरकार केवल धार्मिक स्थलों के सौंदर्यीकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि वहां रहने वाले लोगों के जीवन को सुगम बनाने के लिए भी कार्य कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों दोनों के लिए लाभदायक होगी. इसके तहत आधुनिक सुविधाओं, सुगम मार्गों और अन्य बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा, जिससे मंदिर क्षेत्र एक भव्य स्वरूप ले सकेगा.
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