मुरादाबाद. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को डॉ. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में 74 पुलिस उपाधीक्षकों की पासिंग आउट परेड के अवसर पर संबोधित किया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने “रूल ऑफ लॉ” के माध्यम से अपने परसेप्शन को बदल दिया है और स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
सीएम योगी ने नए पुलिस अधिकारियों को स्मार्ट पुलिसिंग का मूलमंत्र दिया, जिसमें टेक्नोलॉजी, संवेदनशीलता और अकाउंटेबिलिटी का मेल होना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस बल को विश्व के सबसे बड़े सिविल पुलिस बल के रूप में मान्यता प्राप्त है और इस बल का हिस्सा बनने के लिए नए अधिकारियों को बधाई.
उन्होंने कहा, “ट्रेनिंग के दौरान जितना पसीना बहाएंगे, कार्यकाल में उतना कम खून बहेगा.” उन्होंने स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में बढ़ने का निर्देश दिया और इस बात पर जोर दिया कि पुलिस बल को आधुनिक फॉरेंसिक तकनीक और साक्ष्यों का उपयोग करना चाहिए ताकि न्याय की प्रक्रिया अधिक प्रभावी और न्यायपूर्ण हो सके.
इसे भी पढ़ें – देह व्यापार करा रहा था कांग्रेस नेता, नाैकरानी से भी किया बलात्कार, आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
सीएम योगी ने कहा कि पिछले सात वर्षों में पुलिस बल में 1.60 लाख कार्मिकों की नियुक्ति की गई है और पुलिस बल के संसाधनों में भी अपार वृद्धि हुई है. उन्होंने पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता को तीन गुना बढ़ाने की बात की और पुलिस बल के लिए नए कानूनों पर विशेष प्रशिक्षण देने की जानकारी दी.
इसे भी पढ़ें – Kannauj Rape Case: DNA जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, जानें आरोपी नवाब सिंह का सैंपल पीड़िता से मैच हुआ कि नहीं?
साथ ही उन्होंने विशेष रूप से आंतरिक और बाहरी प्रशिक्षण में उत्कृष्टता प्राप्त करने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया. सीएम योगी ने कहा कि पुलिस बल की जिम्मेदारी केवल अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि पीड़ितों को न्याय प्रदान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है.
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक