लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अयोध्या धाम में श्री हनुमत् कथा मण्डपम् का लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि श्री हनुमानगढ़ी एक ऐसी विरासत है। जिसने योद्धाभाव के साथ स्वयं को सनातन धर्म की रक्षा के लिए तत्पर किया है। नये भारत में यह योद्धाभाव बोद्धा के रूप में सबके सामने आ गया है। जब इस श्री हनुमत् कथा मण्डपम् के भव्य स्वरूप को हम देख रहे हैं। हनुमानगढ़ी अब भक्ति और शक्ति के साथ-साथ बुद्धि और युक्ति का भी संगम बन गया है।

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धर्म के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा अस्तित्व देश और सनातन धर्म के कारण है। हम सब कुछ स्वीकार कर सकते हैं लेकिन अपने देश और धर्म के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे। यह हमारा संकल्प होना चाहिए। श्रीरामजन्मभूमि, श्री हनुमानगढ़ी,
पूज्य संतों के आश्रम, मठ-मन्दिर, पूज्य संतजन, सनातन धर्म के स्तम्भ और आधार हैं। इनका सम्मान किया जाना चाहिए। इनकी गरिमा और गौरव के विरुद्ध कोई भी आचरण स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसीलिए डबल इंजन सरकार देश में विकास को विरासत के साथ जोड़कर कार्य कर रही है।

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हमें हनुमान जी से सिखाना होगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें समय रहते अपने शत्रु और मित्र को पहचानने की आवश्यकता है। यह काम हमे उसी चालाकी से करना है। जिस चालाकी से हनुमान जी महाराज ने किया था। जब हनुमान संजीवनी बूटी लेने गये थे, तो उनके सामने अनेक विघ्न बाधाएं आयी थीं। कालनेमि भी उनके सामने आ गया था। हनुमान जी उसको पहचान गये और उसको उसकी गति प्रदान की। हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा, जो छद्म रूप से सनातन धर्म के मार्ग में बाधा उत्पन्न करते हैं। भारत की सुरक्षा में सेंध लगाने का कार्य करते हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर स्थानीय प्रशासन व सरकार को अवगत कराना चाहिए। इस अवसर पर संतगण, श्रद्धालुजन तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।