
रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली के जिला अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) प्रदीप अग्रवाल मरीजों को बाहर की दवा लिखे जाने के पर अपनी मर्यादा को ताक पर रखते हुए गाली-गलौज पर उतर आये। इमरजेंसी में भर्ती एक मरीज को बाहर की दवा लिखी गई। जिसके बाद सीएमएस ने वहां पहुंचकर कथित तौर पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया।
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घटना का वीडियो हुआ वायरल
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें सीएमएस प्रदीप अग्रवाल मरीजों के साथ-साथ डॉक्टर और स्टाफ से गाली गलौज करते हुए नजर आ रहे है। सवाल उठता है कि यदि कोई चिकित्सक या स्टाफ बाहर की दवा लिखने का दोषी है, तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही होनी चाहिए। लेकिन क्या सीएमएस को गाली देना उचित है।
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वहीं इस मामले को लेकर डॉ. संतोष सिंह और फार्मासिस्ट ने कोतवाली में तहरीर दी है। जिला अस्पताल के CMS पर अवैध वसूली और धमकाने का आरोप लगा है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
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