शशिकांत डिक्सेना, कोरबा. जिले के पाली अंतर्गत ग्राम बुड़बुड़ में संचालित एसईसीएल की सराईपाली परियोजना खदान के भीतर अधिकारी-कर्मियों के साथ सांठगांठ से भारी पैमाने में कोयले की चोरी का खेल चल रहा है. कोयला चोरों ने अपना गिरोह भी बना रखा है. कर्मियों से सांठ-गांठ कर गुंडागर्दी भी की जा रही है. खदान में काम कर रहे भूविस्थापितों के साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पाली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं.

जारी वीडियो में इस खदान में कर्मचारी व उसके साथियों द्वारा महिला-पुरुष के साथ मारपीट करते दिख रहे हैं, जबकि खुद मारपीट की घटना को अंजाम देकर इन्होंने थाना पाली में अपनी एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें यह बताया गया है कि, उनकी ड्यूटी माइंस के ब्लास्टिंग एरिया में गार्ड के लिए लगाया गया था, इसलिए वहां से लोगों को हटाने के काम कर रहा था. जिस पर वहां पहुंचे कुछ गुंडों ने उनके साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी.

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हालांकि, शिकायत पर पाली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है. खदान के भीतर इन्हीं सब का विरोध कर रहे भूविस्थापितों के साथ यहां अटैच कर्मी अपने गिरोह के साथ लाठी, रॉड से मारपीट की घटना को अंजाम देने के बाद खुद प्रार्थी बनकर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें उल्टे पीड़ितों को ही मारपीट का आरोपी बना दिया गया. घटना के बाद मारपीट का जब वीडियो वायरल हुआ तब पाली पुलिस इस मामले पर पीड़ित पक्ष की शिकायत दर्ज कर काउंटर केस बना रही है. जिस पर पाली पुलिस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.

देखें मारपीट का वीडियो-