पटना। जहां बिहार में राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है, वहीं मौसम ने ठंडी रफ्तार पकड़ ली है। अक्टूबर के मध्य में ही हल्की सर्दी ने लोगों को अहसास दिला दिया है कि अब गर्म कपड़े निकालने का वक्त आ गया है। दिन की धूप अब चुभने वाली नहीं, बल्कि राहत देने वाली लग रही है। वहीं रात के समय हल्की सिहरन ने ठंड की शुरुआत का संकेत दे दिया है। ग्रामीण इलाकों में सुबह-सुबह लोग खुले में निकलते ही ठंड का एहसास करने लगे हैं। कई घरों में स्वेटर, कंबल और गर्म चादरों की तैयारी शुरू हो चुकी है। यह बदलाव साफ दर्शाता है कि इस बार ठंड पहले से ज्यादा असरदार हो सकती है।

दिन रहेगा साफ, रात में ठंड बढ़ेगी

मौसम विभाग के अनुसार बिहार में फिलहाल बारिश का कोई संकेत नहीं है और आसमान साफ रहेगा। दिन का तापमान जहां हल्का गर्म बना रह सकता है, वहीं रात में तापमान में गिरावट का क्रम जारी है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 18°C से 20°C के बीच रहने की उम्मीद है। सुबह के समय कई शहरों में ओस की बूंदें दिखाई दे रही हैं और कुछ ग्रामीण इलाकों में हल्का कोहरा भी देखा गया है। लोगों ने रजाई और चादरों का उपयोग शुरू कर दिया है और शाम होते-होते ठंडक का असर साफ महसूस हो रहा है।

दिसंबर-जनवरी में महसूस होगी कड़ाके की ठंड

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस साल ठंड कुछ ज्यादा ही लंबी और तीव्र रहने वाली है। नवंबर के दूसरे पखवाड़े से ठंड का प्रभाव और गहराएगा, जबकि दिसंबर और जनवरी में इसका असर चरम पर होगा। इस दौरान राज्य के अधिकतर हिस्सों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ने की संभावना है।

इस बार ज्यादा ठंड क्यों पड़ेगी?

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस साल ठंड अधिक पड़ने का मुख्य कारण ला नीना की स्थिति है। प्रशांत महासागर में समुद्री तापमान सामान्य बना हुआ है, जिससे वातावरण में चलने वाली हवाएं अपेक्षाकृत ज्यादा ठंडी बनी हुई हैं। इसका असर भारत सहित बिहार पर भी पड़ रहा है। उत्तरी क्षेत्रों से चलने वाली ठंडी हवाएं अब सीधे बिहार की ओर रुख कर रही हैं, जिससे राज्य में न केवल जल्दी ठंड शुरू हो रही है बल्कि यह लंबे समय तक टिके रहने की संभावना है।