संजय विश्वकर्मा,उमरिया। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के नौरोजाबाद के कोयला खदान में हैवी ब्लास्ट से धनवाही गांव की एक घर की छत गिर गई थी. जिससे मलबे के नीचे दबने से मां और बेटी की मौत हो गई. इस घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने कंचन ओपन कास्ट माइंस में धावा बोल दिया. अब कलेक्टर ने सेफ्टी आडिट के बाद ही माइन में ब्लास्टिंग दोबारा चालू के निर्देश दिए हैं. ऐसे में प्रदेश में कोयला संकट के बीच कोयले का उत्पादन भी बंद हो जाएगा. जिससे बिजली संकट औऱ बढ़ जाएगी.
दरअसल नौरोजाबाद के कंचन ओपन कास्ट माइंस में कोयला निकालने के लिए बारूद से जोरदार ब्लास्टिंग की जा रही है. सोमवार की शाम करीब 4 बजे भी ब्लास्ट किया गया. ब्लास्टिंग इतनी जोरदार थी कि ग्राम धनवाही में बना एक कच्चा घर गिर गया. इस हादसे में घर के 4 से 5 लोग छत के मलबे के नीचे दबकर घायल हो गए. वहीं 27 वर्षीय मां ननकी बाई और 12 वर्षीय बेटी की मौत हो गई थी.
घटना के बाद ग्रामीणों ने कंचन ओपन कास्ट माइंस का घेराव कर दिया. ब्लास्टिंग ऑफिस सहित परिसर में खड़े कमर्शियल वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की गई. जिसके बाद पाली, नौरोजाबाद सहित कोतवाली थाना के बल के साथ एसपी प्रमोद सिन्हा उमरिया और कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव खुद घटनास्थल पर पहुंचे. जिला प्रशासन ने परिजनों को हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया.
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने SECL प्रबंधन की जमकर क्लास ली. कलेक्टर ने ब्लास्टिंग रोकने के लिए मौके पर माइंस कर्मचारियों को आदेश दिए हैं. उन्होंने सेफ्टी आडिट के बाद ही पुनः ब्लास्टिंग चालू करने के निर्देश दिए हैं. एसपी प्रमोद सिन्हा ने कहा कि जांच के बाद घटना के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी.
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