रवि गोयल, जांजगीर-चाम्पा। सूदखोरों के चंगुल में फंसे एक और किसान ने मंगलवार को जनदर्शन में कलेक्टर के सामने ही आत्महत्या कर लिया. किसान के आत्महत्या करने से हड़कंप मच गया.

मृतक किसान का नाम जगदीश बघेल है और वह चाम्पा थाना क्षेत्र के कुरदा गांव का रहने वाला था. मृतक कर्ज के बोझ से दबा हुआ था और साहूकारों की रकम चुकाते-चुकाते उसकी माली हालत खराब हो चुकी थी. जिसकी शिकायत करने वह कलेक्टर जनदर्शन पहुंचा था. किसान के पास महज डेढ़ एकड़ खेत था और वह भी किसी के पास गिरवी रखा था.

इसी दौरान कलेक्टर के सामने ही वह गिर पड़ा. जिसे आऩन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई कि किसान ने कहां जहर पिया था. जनदर्श में ही या फिर उसके पहले ही वह पीकर वहां पहुंचा था. लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर उसने पहले ही जहर पी लिया था तो फिर वह फरियाद लगाने जनदर्शन क्यों पहुंचा था. या ऐसा तो नहीं कि जनदर्शन में भी जब उसे न्याय की उम्मीद नजर नहीं आई तो उसने वहीं आत्मघाती कदम उठा लिया.

हालांकि अब किसान की मौत के बाद जिला प्रशासन ने उसके आवेदन के आधार पर आधा दर्जन सूदखोरों के खिलाफ पुलिस को मामला दर्ज करने का आदेश दिया है.

उधर इस मामले में एडीएम डीके सिंह ने बताया कि जनदर्शन के दौरान पता चला की एक व्यक्ति के मुंह से झाग निकल रहा हूँ उसे तत्काल जिला अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया. इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी अभी स्तिथि साफ़ नहीं हुई है. मगर प्रथम दृष्ट्या ऐसा लगता है की मृतक जगदीश बघेल साहूकारों के चंगुल में फंसा हुआ था उसके पास से आवेदन प्राप्त हुआ है. जिसमे कुछ साहूकारों के द्वारा पैसे के लिए उसे परेशान करना बताया गया है. मृतक जगदीश बघेल पैसे की जरुरत के कारण अपनी ज़मीन बेचा था जिस पर भी खरीदार के द्वारा अधिक कब्ज़ा करना बताया गया है. इन सब बातों को लेकर वह परेशान था. यह मामला 2008 से है अब यह मामला पुलिस विभाग को दे रहे है और जांच के बाद दोषियों के ऊपर कारवाही की जाएगी.